मध्यप्रदेश के निवासियों को सितंबर से ज्यादा बिजली बिल के दाम चुकाने होंगे। विद्युत नियामक आयोग ने गुरुवार रात को बिजली की नई दरें घोषित की है। प्रदेश में बिजली के दाम दो साल बाद बढ़ाए गए है। बिजली कंपनियों द्वारा राज्य नियामक आयोग से 12 प्रतिशत वृद्धि की मांग की गई थी। लेकिन आयोग ने अधिकतम सात प्रतिशत दरें बढ़ाने को मंजूरी दी है।
वर्तमान में राज्य में बिजली यूनिट के चार स्लैब है। इस बार आयोग द्वारा 51 से 100 यूनिट के स्थान पर 51 से 150 यूनिट तक का नया स्लैब जोड़ा गया है। नई दरों को 17 अगस्त से लागू किया जाएगा। सितंबर में बढ़ी हुई दरों के हिसाब से बिल आएगा।
इसके अलावा घरेलू बिल में 5.1 प्रतिशत और वहीं गैर घरेलू कनेक्शन के लिए 4.9 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है। आयोग द्वारा बिजली के नए टैरिफ में किसानों को बड़ी राहत दी गई है। अब 10 हॉर्स पॉवर तक के फ्लैट रेट पर किसानों को मात्र 700 रुपये प्रति हॉर्स पॉवर की दर से बिल देना होगा।
गौशालाओं से चारा कृषि के लिए पंपों को कृषि फ्लैट रेट बिलिंग में शामिल किया गया है। इससे प्रदेश के 27 लाख किसानों को फायदा होगा।वहीं आयोग द्वारा वैवाहिक उद्यानों, सामाजिक प्रयोजन तथा धार्मिक समारोह हेतु अस्थाई कनेक्शन में कोई बढ़ोतरी नहीं किया गया है। इसके अलावा ई-वाहन और रेलवे कर्षण में कोई भी बढ़ोतरी नहीं की गई है।