उच्च शिक्षा, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री जीतू पटवारी ने आज रेडियो मिर्ची के ”हेलो भोपाल” कार्यक्रम की आर.जे. सुकृति के सवालों के जवाब में कहा कि अब समय बदल गया है। अब किसी भी विषय के सिर्फ सैद्धांतिक ज्ञान से शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार नहीं किया जा सकता। विषय का प्रायोगिक ज्ञान होना भी बहुत जरूरी है।
मंत्री श्री पटवारी ने कहा कि शिक्षा को रूचिकर बनाने से संबंधित विषय में विद्यार्थियों में उत्सुकता पैदा होती है। उन्होंने कहा कि पारम्परिक ज्ञान और विज्ञान एकांकी है। इनका संयुक्त प्रयोग शिक्षा के स्तर को और बढ़ाएगा। वर्षों से चल रहे पुराने पाठ्यक्रमों को आज के प्रतियोगी परिवेश के अनुसार अपनाना होगा।
श्री पटवारी ने युवाओं द्वारा पूछे गये सवालों के जबाव भी दिये। बीएसएस कालेज के छात्र प्रतीक के मेधावी छात्र योजना बंद किये जाने के सवाल के जवाब में श्री पटवारी ने कहा कि योजना निरंतर जारी रहेगी। इसको नया स्वरूप दिया जा रहा है। छात्र सूरज द्वारा कौशल विकास संबंधित सवाल पर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा अगले वर्ष से इंदौर में कौशल विश्वविद्यालय शुरू किया जा रहा है। यहाँ विद्यार्थी विभिन्न पाठ्यक्रमों और प्रशिक्षण के माध्यम से परम्परागत क्षेत्रीय कौशल के साथ आधुनिक आवश्यकताओं के अनुरूप भी अपने कौशल का विकास कर सकेंगे। छात्र नीरज के उच्च शिक्षित शिक्षकों की कमी के सवाल पर मंत्री श्री पटवारी ने कहा कि जल्द ही लगभग 3 हजार शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए भोपाल में उच्च प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना की जा रही है। यहाँ लगभग 4 हजार शिक्षकों को प्रतिवर्ष शिक्षा के क्षेत्र में समय-समय पर हो रहे परिवर्तनों और आधुनिक शिक्षा पर प्रशिक्षण दिया जायेगा।
खेल मंत्री श्री जीतू पटवारी ने खेल को जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बताते हुए विद्यार्थियों से कहा कि इसे अपनाएँ। इससे जीवन की कठिनाइयों से सहजता से निपटा जा सकता है। उन्होंने कहा कि खेल भावना को जीवन में बनाए रखें, सफलता आसान होगी।