भोपाल, युवा कांग्रेस ने प्रदेश, जिला और विधानसभा क्षेत्रों की कार्यकारिणी के चुनाव के लिए कार्यक्रम घोषित कर दिया है। मप्र युवा कांग्रेस का नया अध्यक्ष 22 मार्च को निर्वाचित हो जाएगा। इसके लिए 27 फरवरी से 3 मार्च तक सदस्यता अभियान को खोला जा रहा है। चुनाव 16 व 17 मार्च को होंगे और 22 मार्च को परिणाम घोषित किए जाएंगे।
सात साल बाद हो रहे चुनाव
मालूम हो, मप्र युवा कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए सात साल बाद चुनाव हो रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए विपिन वानखेड़े, पवन जायसवाल, हर्षित गुरु, संजय सिंह और कृषणा घाडगे जैसे नेताओं की प्रबल दावेदारी है। अखिल भारतीय युवा कांग्रेस ने बुधवार को चुनाव कार्यक्रम जारी किया है, जिसके बाद प्रदेश कांग्रेस कार्यालय स्थित युवा कांग्रेस दफ्तर में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन व युवा कांग्रेस नेताओं की भीड़ जमा होने लगी। चुनाव कार्यक्रम और मतदाता सूची को लेकर पूछताछ की जाने लगी।
चुनाव कार्यक्रम घोषित
उधर, चुनाव कार्यक्रम घोषित होने के बाद फिर से सदस्यता खोली गई है। जनवरी 2018 में सदस्यता अभियान चलाया गया था और इसके बाद इसे रोक दिया गया। बताया जा रहा है कि जनवरी 2018 की स्थिति में जो लोग सदस्य बने थे, वे चुनाव में प्रत्याशी बनने के पात्र रहेंगे। हालांकि इसका अधिकृत रूप से एलान युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय पदाधिकारियों द्वारा किया जाएगा। ऐसा हो सकता है प्रारूप युवा कांग्रेस के चुनाव में तीन स्तर पर कार्यकारिणी बनेंगी। प्रदेश, जिला व विधानसभा क्षेत्र स्तर की कार्यकारिणी होंगी, जिनमें अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महामंत्री व सचिव चुने जाएंगे।
प्रत्याशियों के लिए न्यूनतम आयु सीमा 27 साल
चुनाव में प्रत्याशियों के लिए न्यूनतम आयु सीमा 27 साल रखे जाने की संभावना है। प्रदेशस्तर की कार्यकारिणी के लिए चार उपाध्यक्ष चुने जाएंगे, जिनमें से एक महिला व एक अनुसूचित जाति-जनजाति का होगा। महामंत्री में एक-एक अनुसूचित जाति-जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक, महिला व अनुसूचित जाति-जनजाति और विकलांग के लिए आरक्षित किया गया है। पांच महामंत्री पद सामान्य होंगे। इनके अलावा सचिव पद पर उन नेताओं की नियुक्ति की जाएगी, जो निर्धारित न्यूनतम मत हासिल करेंगे।
2011 से हुई थी चुनाव के जरिए पदाधिकारियों के चयन शुरुआत
कांग्रेस की इकाई युवा कांग्रेस में वर्ष 2011 में चुनाव की शुरुआत हुई थी। मप्र युवा कांग्रेस में पहले निर्वाचित अध्यक्ष प्रियव्रत सिंह थे, जो अभी कमलनाथ सरकार में ऊर्जा मंत्री हैं। उस समय दो साल का कार्यकाल था और अगस्त 2013 में दूसरे प्रदेश अध्यक्ष कुणाल चौधरी बने। कुणाल चौधरी अभी विधायक हैं। उनका कार्यकाल 2015 में समाप्त हो रहा था, लेकिन तब कांग्रेस ने अध्यक्ष का कार्यकाल दो साल के बजाय तीन साल कर दिया था। हालांकि 2016 में भी युवा कांग्रेस के चुनाव नहीं हुए और कुणाल अब तक अध्यक्ष हैं। चार साल में किसी न किसी कारण से चुनाव टलते रहे थे।