भोपाल, दैनिक मध्यप्रदेश / मध्यप्रदेश में पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित होने के बीच शनिवार को वर्षा में कमी दर्ज की गई। हालांकि, प्रदेश में मानसून के तीन दिन बाद फिर से अधिक सक्रिय होने की संभावना है। भोपाल में बड़ा तालाब का जलस्तर अपने उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बाद भदभदा स्थित बांध के दो फाटक शनिवार सुबह खोल दिए गए।
इसके अलावा, प्रदेश के कुछ अन्य जलाशयों के फाटक भी खोल दिए गए हैं। मौसम विभाग के भोपाल कार्यालय के अधिकारी उदय सरवटे ने पीटीआई को बताया कि मौसम पूर्वानुमानों के मुताबिक गुजरात से सटे मध्यप्रदेश के पश्चिमी हिस्से में मौसम रविवार सुबह तक भारी वर्षा हो सकती है।
उन्होंने बताया कि पश्चिम मध्यप्रदेश के अलीराजपुर, रतलाम, धार, झाबुआ, बड़वानी, नीमच और मंदसौर जिलों में भारी वर्षा हो सकती है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में इंदौर और उज्जैन जिलों के कई स्थानों पर हल्की बारिश या गरज के साथ बौछारें पडऩे की संभावना है। इसी तरह भोपाल, होशंगाबाद और जबलपुर, सागर, रीवा और शहडोल संभागों में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश या गरज के साथ बारिश हो सकती है।
इसके अलावा ग्वालियर और चंबल संभागों में अलग-अलग स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है। उन्होंने बताया कि अलीराजपुर जिले में भाभरा क्षेत्र में शुक्रवार सुबह 8.30 बजे और शनिवार सुबह 8.30 के बीच प्रदेश में सर्वाधिक 190 मिमी बारिश दर्ज की गई। सरवटे ने कहा कि मध्यप्रदेश में मानसून के तीन दिन बाद फिर से अधिक सक्रिय होने की संभावना है। (भाषा)