भोपाल, 4 मार्च मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व वाली मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार को गिराने के लिए कांग्रेस के विधायकों को भारी धनराशि का प्रलोभन देने तथा भाजपा नेताओं द्वारा छह विधायकों को हरियाणा के गुरुग्राम के एक होटल में जबरन रखे जाने के आरोप के बाद प्रदेश में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए 26 मार्च को होने वाले चुनावों के लिए कांग्रेस अपने 114 विधायकों के लिए व्हिप जारी करने जा रही है।
कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए भाजपा ने साफ किया है कि मध्यप्रदेश में कमजोर बहुमत पर खड़ी मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने के लिए भाजपा कोई प्रयास नहीं कर रही है बल्कि प्रदेश कांग्रेस अपने ही अंतर कलह से ग्रसित है। मध्यप्रदेश विधानसभा में कुल 230 सीटें हैं जिनमें से दो सीट रिक्त है। सदन में बहुमत के लिए 115 विधायकों के समर्थन की आवश्यकता है। विधानसभा में कांग्रेस के 114 विधायक हैं तथा कांग्रेस सरकार चार निर्दलीय, दो बसपा और एक सपा विधायक के समर्थन के साथ कमजोर बहुमत पर टिकी है।
प्रदेश के संसदीय कार्य मंत्री गोविंद सिंह ने बुधवार को यहां संवाददाताओं से कहा, हम अपने विधायकों को एक व्हिप जारी करने जा रहे हैं यदि हमारे किसी भी विधायक ने इसका उल्लंधन किया तो उसकी सदस्यता एक घंटे में समाप्त कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि राज्यसभा चुनाव में क्रास वोटिंग किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि लोकसभा चुनावों में भोपाल सीट से भाजपा उम्मीदवार प्रज्ञ ठाकुर से चुनाव हारने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह एक दफा फिर से राज्यसभा में जाना चाहेंगे। वहीं कांग्रेस, पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को राज्यसभा चुनाव में मध्यप्रदेश से चुनाव मैदान में उतार सकती है। पिछले लोकसभा चुनाव में दिग्विजय सिंह भोपाल से तो सिंधिया, गुना लोकसभा सीट से चुनाव हार गए थे।
मध्यप्रदेश में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए चुनाव होने वाले हैं। तीन सीटों से वर्तमान में दिग्विजय सिंह कांग्रेस से, सत्यनारायण जटिया और प्रभात झा दोनों भाजपा से राज्यसभा सांसद है। राज्यसभा चुनाव में भाजपा प्रदेश से दोनों सीटों पर कब्जा रखने का हरसंभव प्रयास करेगी जबकि कांग्रेस अपनी सीटों के संख्या एक से बढ़ाकर दो तक करना चाहेगी क्योंकि पिछली बार की तुलना में इस बार विधानसभा में कांग्रेस के विधायक अधिक हैं। किसी प्रदेश की राज्यसभा सीटों के लिए उस प्रदेश के विधायकों द्वारा मतदान किया जाता है। (भाषा)