भोपाल, 24 मार्च मध्य प्रदेश सरकार ने कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के प्रयासों के तहत प्रदेश के पांच जिलों के छह शहरों में मंगलवार से 31 मार्च तक कर्फ्यू लगा दिया है। राजधानी भोपाल एवं जबलपुर शहर में मंगलवार सुबह से कर्फ्यू लगाया है। वहीं, ग्वालियर, शिवपुरी एवं छतरपुर जिले के खजुराहो एवं राजनगर में आज शाम से कर्फ्यू लगाया है। शिवपुरी एवं ग्वालियर में आज एकएक व्यक्ति के कोरोना वायरस के संक्रमित पाए जाने के बाद यह कदम उठाया है।
मध्यप्रदेश के ग्वालियर एवं शिवपुरी में मंगलवार को दो व्यक्तियों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई। इसके साथ ही प्रदेश में वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर नौ हो गई है। इनमें से छह लोग जबलपुर में और एकएक भोपाल, शिवपुरी एवं ग्वालियर में हैं। यह जानकारी मध्यप्रदेश स्वास्थ्य सेवाओं के अधिकारियों से मिली है। ग्वालियर के मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी :सीएमएचओ: डॉ. एस के वर्मा ने बताया, ग्वालियर में जिस व्यक्ति के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है वह शहर के चेतकपुरी का रहने वाला है। वह पत्नी के साथ खजुराहो घूमने गया था और चार-पांच दिन पहले लौटा है। ग्वालियर आने के बाद उसने अपनी जांच कराई।
जिला अस्पताल ने उसका नमूना लेकर उसे जांच के लिए ग्वालियर स्थित डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट इस्टैब्लिशमेंट :डीआरडीई: की लैब में भेजा। उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वर्मा ने बताया कि उसकी पत्नी का नमूना भी जांच के लिएभेजा गया है। यह भी जानकारी ली जा रही है कि वे कहां-कहां गए थे और किस-किस से मिले। इसी बीच, शिवपुरी के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ ए एल शर्मा ने बताया कि शिवपुरी के 30 वर्षीय एक व्यक्ति की भी आज कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। ग्वालियर डीआरडीई में ही उसके नमूने की जांच की गई।
उन्होंने कहा कि यह व्यक्ति दुबई में काम करता है और 18 मार्च को वापस शिवपुरी आया है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार सभी संक्रमित मरीजों की हालत स्थिर है। मध्यप्रदेश लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की प्रमुख सचिव पल्लवी जैन गोविल द्वारा जारी आदेश में कहा गया है, ेेभोपाल मेमोरियल हास्पिटल एवं रिसर्च सेंटर एक स्थापित सुपर स्पेशिएलिटी स्वास्थ्य संस्थान है। इसे जनहित में राज्य स्तरीय नोवल कोरोना वायरस :कोविड-19: उपचार संस्थान के रूप में चिन्हांकित किया जाता है। इस अस्पताल में केवल कोविड-19 के मरीजों का ही उपचार किया जाएगा। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। (भाषा)