ग्वालियर, (भाषा) मध्य प्रदेश में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए टिकट नहीं मिलने पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के वफादार माने जाने वाले भाजपा नेता मुन्नालाल गोयल के समर्थकों ने रविवार को ग्वालियर में सिंधिया परिवार के जय विलास पैलेस के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों को शांत करने के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया पैलेस के गेट तक पहुंचे और कहा कि वह उनके तथा गोयल के साथ हैं।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 17 नवंबर को होने वाले चुनाव के लिए शुक्रवार को 92 उम्मीदवारों की पांचवीं सूची जारी की, जिसमें गोयल का नाम नहीं है। गोयल ग्वालियर-पूर्व सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। भाजपा ने इस सीट से माया सिंह को मैदान में उतारा है।
गोयल 2018 के चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर ग्वालियर-पूर्व से जीते थे। वह और सिंधिया के प्रति वफादार कई विधायक इस्तीफा देकर मार्च 2020 में भाजपा में शामिल हो गए थे, जिससे कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस नीत सरकार गिर गई और सत्ता में भाजपा की वापसी का मार्ग प्रशस्त हुआ।
हालांकि, गोयल भाजपा उम्मीदवार के रूप में अगला उपचुनाव हार गए। बाद में उन्हें सरकार के स्वामित्व वाले एमपी बीज निगम का अध्यक्ष बनाया गया। इस बार उन्हें ग्वालियर-पूर्व से टिकट मिलने की उम्मीद थी। गोयल ने कहा, ‘‘मैं इस बारे में पार्टी नेतृत्व से बात करने जा रहा हूं।’’ गोयल ने कहा कि उन्होंने पिछले पांच वर्षों में लोगों के लिए अथक कार्य किया है।
गोयल के समर्थकों के आक्रोश को शांत करने की कोशिश करते हुए सिंधिया ने कहा कि वह पार्टी कार्यकर्ताओं की ताकत को समझते हैं। उन्होंने कहा कि 15-20 साल पहले कई कद्दावर नेताओं के टिकट काटे गए थे।
सिंधिया ने याद दिलाया कि उन्होंने गोयल के लिए तीन बार टिकट का इंतजाम किया, जिनमें से दो चुनावों में वह हार गए। उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि मैं आपके और मुन्ना (गोयल) के साथ खड़ा हूं और आपकी सभी समस्याओं का समाधान करूंगा।’’ सिंधिया के आश्वासन के बाद प्रदर्शनकारी मान गए।
भाजपा द्वारा शुक्रवार को अपनी पांचवीं सूची जारी किए जाने के बाद, टिकट पाने में असफल रहे कई नेताओं के समर्थकों ने जबलपुर में पार्टी कार्यालय में केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव के सामने हंगामा किया। यादव मध्य प्रदेश भाजपा चुनाव अभियान समिति के प्रभारी हैं।
सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो में भीड़ यादव के आसपास धक्का-मुक्की करती दिखी, जबकि एक सुरक्षाकर्मी मंत्री की सुरक्षा की कोशिश करता नजर आया। कुछ लोगों को सुरक्षा गार्ड की पोशाक पहने एक व्यक्ति के साथ धक्कामुक्की करते हुए भी देखा गया, जिसने स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश करते हुए रिवॉल्वर निकालने की कोशिश की थी।
यादव और राज्यसभा सदस्य कविता पाटीदार सहित वरिष्ठ नेताओं के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं की तीखी नोकझोंक हुई। बाद में, पुलिस अधिकारियों ने कहा कि यादव के सुरक्षा गार्ड की शिकायत के आधार पर तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया।