इंदौर, 1 अप्रैल कोरोना वायरस के प्रकोप के बाद यहां पिछले आठ दिनों में करीब 600 लोगों को पृथक केंद्रों में पहुंचाया गया है ताकि इस महामारी का फैलाव रोका जा सके। इंदौर, देश में कोरोना वायरस संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित शहरों में है जहां अब तक इस बीमारी के 63 मरीज मिल चुके हैं। इनमें से तीन लोगों की पहले ही मौत हो चुकी है, जबकि अन्य 60 का इलाज जारी है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जड़िया ने बुधवार को संवाददाताओं को बताया कि “शहर के मैरिज गार्डनों और अन्य स्थानों पर बनाए गए पृथक केंद्रों में करीब 600 लोगों को सावधानी के तौर पर पहुंचाया गया है। इन्हें वहां इसलिए रखा गया है क्योंकि इनके बारे में संदेह है कि वे कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के संपर्क में किसी न किसी तरह आए हैं। इनमें से ज्यादातर लोग कोरोना वायरस मरीजों के परिजन हैं।”
उन्होंने बताया, “पृथक केंद्रों में रखे गए सभी 600 लोगों की हालत पर लगातार निगाह रखी जा रही है। कोरोना वायरस संक्रमण के संदेह पर इनमें से 400 लोगों के नमूने जांच के लिए प्रयोगशाला भेज दिए गए हैं। इनकी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।”
अधिकारियों ने बताया कि चूंकि आने वाले दिनों में शहर में कोरोना वायरस संक्रमण के मरीजों की तादाद ब ने की आशंका है। इसलिए अलग-अलग अस्पतालों में कुल मिलाकर लगभग 700 बिस्तरों की व्यवस्था पहले ही कर ली गई है। कोरोना वायरस के मरीज मिलने के बाद से प्रशासन ने 25 मार्च से शहरी सीमा में कर्फ्यू लगा रखा है। (भाषा)