इंदौर, 24 अप्रैल (भाषा) कोरोना वायरस संक्रमण से निपटने के लिए जारी लॉकडाउन ने इंदौर शहर की आबो हवा को न केवल प्रदूषण से निजात दिलाई है बल्कि इससे तापमान में भी कई डिग्री की कमी दर्ज की गई है।
मध्यप्रदेश के इस 30 लाख से ज्यादा आबादी वाले शीर्ष औद्योगिक और वाणिज्यिक केंद्र में लॉकडाउन लागू होने का एक महीना पूरा होने के बाद प्रदूषण काफी घट गया है। इसके असर से शहर में दिन के अधिकतम तापमान में भी उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है।
राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की इंदौर स्थित क्षेत्रीय प्रयोगशाला प्रभारी डॉ. दिलीप वागेला ने शुक्रवार को पीटीआई-भाषा को बताया, अप्रैल के जारी महीने के शुरूआती 24 दिनों में शहर में प्रदूषण के स्तर में पिछले साल के मुकाबले औसतन करीब 60 प्रतिशत की कमी आई है।
उन्होंने कहा, बताने की जरूरत नहीं है कि प्रदूषण में यह कमी लॉकडाउन के कारण ही आई है। लॉकडाउन के कारण पिछले एक महीने से शहर में आम लोगों के लाखों वाहनों की आवा-जाही थमी हुई है और हजारों औद्योगिक इकाइयां भी बंद हैं। इससे वातावरण को प्रदूषित करने वाली ग्रीनहाउस गैसों और अन्य हानिकारक तत्वों का उत्सर्जन काफी घट गया है।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे के कारण प्रशासन ने जिले में 23 मार्च से तीन दिन का लॉक डाउन घोषित किया था। लेकिन कोरोना वायरस का पहला मरीज मिलते ही 25 मार्च से शहरी सीमा में कर्फ्यू लगा दिया गया था।
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक इंदौर में पिछले एक महीने में कोरोना वायरस के 1,029 मरीज मिले हैं। इनमें से 55 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 77 मरीजों को इलाज के बाद स्वस्थ होने पर अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है।
इस बीच, भोपाल के आंचलिक मौसम विज्ञन केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञनिक वेदप्रकाश सिंह चंदेल ने पिछले आठ सालों के दौरान इंदौर में अप्रैल के दो पखवाड़ों में दिन के अधिकतम तापमानों के अध्ययन के बाद बताया कि लॉकडाउन के प्रभावों के कारण इस साल इनमें कमी दर्ज की गई है।
चंदेल ने बताया, पिछले आठ सालों के दौरान अप्रैल के पहले पखवाड़े में इंदौर में दिन का अधिकतम तापमान 38 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया था। लेकिन मौजूदा साल में इस अवधि के दौरान शहर में दिन का अधिकतम तापमान 36 से 38 के डिग्री सेल्सियस के बीच रहा है।
उन्होंने बताया कि पिछले आठ सालों के दौरान इंदौर में अप्रैल के दूसरे पखवाड़े में दिन का अधिकतम तापमान 40 से 45 डिग्री सेल्सियस के बीच बना रहता था। लेकिन मौजूदा साल में इस अवधि के दौरान शहर में अब तक दिन का अधिकतम तापमान 39 से 41 डिग्री के बीच रहा है।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञनिक ने बताया, आमतौर पर इंदौर में अप्रैल के दूसरे पखवाड़े में एक से दो दिन लू चलती है। लेकिन इस बार शहर में लू चलने की फिलहाल कोई संभावना नजर नहीं आ रही है। प्रदूषण और दिन के तापमान के बीच के वैज्ञनिक संबंध को समझते हुए उन्होंने बताया कि सूरज की रोशनी जब धरती पर आती है, तो इसके कुछ विकिरण जमीन की सतह से टकराने के बाद वापस आसमान की ओर लौट जाते हैं।
अगर प्रदूषण के कारण वायुमंडल के निचले हिस्से में ग्रीनहाउस गैर्सों कार्बन डाइ आक्साइड, मीथेन आदिी और अन्य तत्वों की उपस्थिति ज्यादा होती है, तो ए पदार्थ लौटते विकिरणों के एक हिस्से को सोख लेते हैं जिससे स्थानीय तापमान में थोड़ा इजाफा हो जाता है।