इंदौर, 06 जनवरी (भाषा) केरल और अन्य दक्षिण भारतीय राज्यों से भेजी गई मुर्गे-मुर्गियों की कोई भी खेप अगले 10 दिन तक मध्यप्रदेश की सीमा में दाखिल नहीं हो सकेगी। मध्यप्रदेश सरकार ने हालात की समीक्षा के बाद बर्ड फ्लू के एच5एन8 स्वरूर्प स्ट्रेन की रोकथाम के लिए यह अहम फैसला किया है।
राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को यहां संवाददाताओं से कहा, “केरल और दक्षिण भारत के कुछ अन्य राज्यों में मुर्गे-मुर्गियों में बर्ड फ्लू के लक्षण पाए गए हैं। लिहाजा हमने तय किया है कि इन राज्यों से भेजे गए मुर्गे-मुर्गी अगले 10 दिन तक मध्यप्रदेश में प्रवेश नहीं कर सकेंगे।”
उन्होंने बताया कि मुर्गे-मुर्गियों के इस अंतरराज्ईय परिवहन पर रोक को लेकर मध्यप्रदेश के सीमावर्ती जिलों के प्रशासन को निर्देश जारी किए जा रहे हैं।
गौरतलब है कि बर्ड फ्लू के एच5एन8 स्वरूप को नियंत्रित करने के लिए केरल में मुर्गे-मुर्गियों और बत्तखों को मारना पहले ही शुरू कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने बताया, “मैंने बर्ड फ्लू को लेकर राज्य की स्थिति की आर्ज बुधवारी ही समीक्षा की है। चिंता की कोई जरूरत नहीं है। हम हालात पर बराबर नजर रखे हुए हैं।”
उन्होंने बताया, “राज्य में कौओं और कुछ अन्य प्रजातियों के पक्षियों में बर्ड फ्लू के लक्षण पाए गए हैं। लेकिन औचक जांच में राज्य के किसी भी पोल्ट्री फार्म के मुर्गे-मुर्गियों में अब तक यह बीमारी नहीं मिली है।”
मुख्यमंत्री ने बताया, “मैंने राज्य के सारे जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे पोल्ट्री फार्म संचालकों से बात कर बर्ड फ्लू की रोकथाम के लिए दिशा-निर्देश तय करें। अब पोल्ट्री फार्म इन दिशा-निर्देशों के हिसाब से ही चलेंगे।”