इंदौर, भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के विधायक बेटे आकाश विजयवर्गीय बुधवार को एक वायरल वीडियो के कारण नए विवाद में घिर गए। इस वीडियो में आकाश मशहूर फिल्मी गीत “नायक नहीं, खलनायक हूं मैं” पर अपने समर्थकों के साथ थिरकते नजर आ रहे हैं। कैमरे में कैद यह वाकया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 69वें जन्मदिन पर भाजपा विधायक के आयोजित कार्यक्रम के आयोजन स्थल का बताया जा रहा है।
सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर आकाश ने झुग्गी बस्तियों में रहने वाले बच्चों के लिए विजय नगर इलाके के एक सभागार में कल मंगलवार को फन पार्टीै आयोजित की थी। सूत्रों के मुताबिक कार्यक्रम निपटने के तुरंत बाद हल्के-फुल्के पलों के दौरान म्यूजिक सिस्टम पर सिलसिलेवार रूप से बजते गीतों पर नृत्य चल रहा था, तभी संजय दत्त की प्रमुख भूमिका वाली फिल्म खलनायक (1993) का “नायक नहीं, खलनायक हूं मैं” गाना बजा। इस दौरान भाजपा विधायक कार्यक्रम स्थल में अपने समर्थकों के साथ इस गाने पर थिरकते दिखाई दिए।
इस नृत्य के वायरल वीडियो पर आकाश की प्रतिक्रिया फिलहाल नहीं मिल सकी है। लेकिन प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने पहली बार विधायक बने 35 वर्षीय भाजपा नेता पर निशाना साधने में देर नहीं की। प्रदेश कांग्रेस समिति के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट कर कहा, मोदी जी, बल्लामार घटना (भाजपा विधायक द्वारा इंदौर नगर निगम के एक अधिकारी को क्रिकेट के बल्ले से सरेआम पीटने का वाकया) पर आपकी टिप्पणी के बाद भी विधायक आकाश विजयवर्गीय पर (भाजपा संगठन की ओर से) कार्वाई नहीं हो पाई। इसलिए विधायक जी आपके जन्मदिन पर “खलनायक हूं मैं” गाने पर डांस कर आपको चुनौती दे रहे हैं।
इस बीच, प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और उनके विधायक बेटे पर तंज किया, और कहा कि पिता-पुत्र को नाच-गाने की एक मंडली बना लेनी चाहिए, क्योंकि इन दिनों जनता के मनोरंजन के मामले में हीरो-हीरोइन थोड़े कमजोर पड़ रहे हैं। भाजपा के ए लोग लाइमलाइट में बने रहने के लिए रचनात्मक कार्यों के अलावा कुछ भी कर सकते हैं।
गौरतलब है कि आकाश तब भी विवादों में घिर गए थे, जब शहर के गंजी कम्पाउंड क्षेत्र के एक जर्जर मकान को ढहाने की मुहिम के विरोध के दौरान उन्होंने 26 जून को नगर निगम के भवन निरीक्षक को क्रिकेट के बल्ले से पीट दिया था। भाजपा विधायक बल्ला काण्ड में गिरफ्तारी के बाद जिला जेल से जमानत पर रिहा हुए थे। (भाषा)