इंदौर, 8 मार्च देश में वित्तीय जागरूकता की तमाम कवायदों के बावजूद शेयर और कमोडिटी बाजार में निवेश के नाम पर लोगों को चूना लगाने का खेल जारी है। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर की कई सलाहकार फर्मों के खिलाफ अलग-अलग राज्यों के निवेशकों की इन शिकायतों की बा आ गई है कि पूंजी बाजार में पैसा लगाकर मोटा मुनाफा कमाने का लालच देकर उन्हें ठग लिया गया।
अपराध निरोधक शाखा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षर्क एएसपीी राजेश दंडोतिया ने रविवार को ैपीटीआई-भाषौ को बताया कि शहर की 12 निवेश सलाहकार फर्मों पर हालिया छापेमारी के बाद पता चला है कि ए फर्म भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्र्ड सेबीी के नियम-कायदों के खिलाफ चलाई जा रही थीं। उन्होंने बताया, ैगुजरे एक हफ्ते के दौरान हमें मध्यप्रदेश के साथ ही महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, गुजरात, उत्तरप्रदेश और अन्य सूबों के 65 निवेशकों की शिकायतें मिली हैं। इन शिकायतों में कहा गया है कि निवेश सलाहकार फर्मों के कर्मचारियों ने उनसे झ्ूठ बोलकर या उन्हें मोटे मुनाफे का प्रलोभन देकर उनसे शेयर और कमोडिटी बाजार में ब ी रकम निवेश कराई जो आखिरकार डूब गई।ै
दंडोतिया ने बताया कि इन शिकायतों पर जांच के बाद शहर की करीब 10 निवेश सलाहकार फर्मों के छह निदेशकों समेत नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एएसपी ने बताया, ैजांच के दौरान अन्य ग ब ियों के साथ ही यह भी पाया गया कि इन फर्मों द्वारा बिना योज्ञता की जांच-पड़ताल किए से कर्मचारियों की नियुक्ति की गई थी जो निवेशकों को गलत सलाह दे रहे थे।ै उन्होंने बताया, ैहम मामलों की विस्तृत जांच कर रहे हैं। अगर शिकायतों में बताई गई कथित ठगी की रकम जोड़ ली जाए, तो यह आंकड़ा करोड़ों रुपए में बैठता है।ै
एएसपी ने बताया कि पुलिस ने सेबी को पत्र लिखकर इंदौर में काम करने वाली निवेश सलाहकार फर्मों का रिकॉर्ड भी मांगा है। बहरहाल, यह कोई पहली बार नहीं है जब पुलिस यहां निवेश सलाहकारों फर्मों की कथित तौर पर अवैध गतिविधियों के खिलाफ हरकत में आई है। राज्य साइबर सेल की इंदौर इकाई के पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह ने बताया, ैवर्ष 2017 में हमने खुलासा किया था कि शहर की कई निवेश सलाहकार फर्म दूरसंचार कम्पनियों के ग्राहकों का डेटा अवैध तौर पर खरीद रही हैं और इसके बूते टेलीकॉलिंग कर लोगों को शेयर बाजार में निवेश के नाम पर जाल में फांस रही हैं।ै
इस बीच, विशेष कार्य बर्ल एसटीएफी की इंदौर इकाई के पुलिस अधीक्षक पद्मविलोचन शुक्ला ने बताया, ैहमें शहर की सी कई निवेश सलाहकार फर्मों के खिलाफ सेबी की ओर से लगातार शिकायतें मिल रही हैं जो इस नियामक में पंजीकृत नहीं हैं और जिन पर निवेशकों से ठगी का आरोप है।ै शुक्ला ने बताया कि निवेशकों से कथित ठगी को लेकर पिछले डेढ़ साल में एसटीएफ ने करीब 30 सलाहकार फर्मों के 100 से ज्यादा लोगों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज किए हैं। इनमें से ज्यादातर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इंदौर की निवेश सलाहकार फर्मों की कथित धोखाध ी के शिकार लोगों में सीमा सुरक्षा बर्ल बीएसएफी के जवान से लेकर शिक्षक तक शामिल हैं। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान से मामलों का भी पता चला है जिनमें निवेशकों से फर्म के बैंक खातों या इनसे जु े लोगों के निजी बैंक खातों में रकम जमा कराई जाती थी। निवेशकों के दस्तावेजों का इस्तेमाल कर डी-मैट खाते खोले जाते थे। लेकिन ए डी-मैट खाते फर्म के लोग चलाते थे और ज्यादातर निवेशकों को पता ही नहीं होता था कि उनकी पूंजी किन शेयरों में लगाई गई है।
अधिकारियों ने यह भी बताया कि इस तरह की ठगी के अधिकांश मामलों में निवेशकों से फोन पर संवाद के वक्त आरोपी जाहिर कारणों से अपना फर्जी नाम बताते हैं। शहर में अक्टूबर 2019 में सामने आए से ही एक मामले का आरोपी अंकित पाटीदार्र 26ी निवेशकों से बातचीत के वक्त अपना नाम ैयुवराजै बताता था, जबकि एक अन्य आरोपी कामिनी सोर्नी 25ी द्वारा खुद को ैशालिनी मेहरौ के रूप में पेश किया जाता था. (भाषा)