इंदौर, 30 जुलाई
देश के अलग-अलग स्थानों से उड़ाए गए मोबाइल फोनों के आईएमईआई नम्बर बदलने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने इसके सरगना सॉफ्टवेयर इन्जीनियर समेत चार लोगों को मंगलवार को यहां धर दबोचा। इनके कब्जे से 192 मोबाइल फोन जब्त हुए हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) रुचिवर्धन मिश्रा ने संवाददाताओं को बताया कि आरोपियों की पहचान जितेन्द्र राजपूत, राजू सेंगर, संजय पटेल और भरत वासवानी के रूप में हुई है। गिरोह का सरगना जितेंद्र, सॉफ्टवेयर इन्जीनियर है।
उन्होंने बताया कि गिरोह के सदस्यों के पास इंदौर के अलावा दिल्ली, मुंबई और अन्य महानगरों के वे मोबाइल फोन आते हैं, जो चुराए और लूटे गए होते हैं।
मिश्रा ने बताया, देश की साइबर सुरक्षा से खिलवाड़ करते हुए ए आरोपी हरेक मोबाइल फोन पर महज 200 से 300 रुपए वसूलते थे और विशेष सॉफ्टवेयर की मदद से इसका आईएमईआई नम्बर बदल देते थे, ताकि उपकरण के पुराने आईएमईआई नम्बर की मदद से उसे ढूंढा न जा सके। बाद में इन मोबाइल फोनों को बेच दिया जाता था।
पुलिस को संदेह है कि गिरोह के सदस्य पिछले दो साल में करीब 5,000 मोबाइल फोनों के आईएमईआई नम्बर बदल चुके हैं। मामले की विस्तृत जांच के साथ गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है। (भाषा)