कटनी, दैनिक मध्यप्रदेश/ बरही
प्रदेश में भले ही रेत के उत्खनन व परिवहन पर प्रतिबंध लगा हो लेकिन कटनी जिले के बरही क्षेत्र में रेत का अवैध कारोबार सांठ-गांठ के चलते फल फूल रहा हेै और धड़ल्ले से रेत का अवैध भण्डारण कर रात्रि में परिवहन किया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार बरही थाना क्षेत्र के साईं मंदिर, खजुरा नाला, तैय्ïयब नगर क्षेत्रों के अलावा रेल लाईनों के किनारे रेत स्टाक कर रखी गयी है जिनका रात्रि में भारी वाहनों से परिवहन होता है। बताया जाता है कि दिन में ट्रेक्टरों के जरिये रेत का स्टाक किया जाता है।
चूंकि भण्डारण का कार्य दिन दहाड़े हो रहा है अत: यह संभावना है कि सब कुछ सांठ-गांठ से चल रहा है। शासन के नियम की धज्जियां उड़ रही हैं और प्रशासन मौन है। मध्यप्रदेश के कटनी जिले के सीमा बांधवगढ़ नेशनल पार्क टाइगर प्रोजेक्ट सीमा से लगे उमरिया जिले के मानपुर ब्लॉक में रेत का अबैध खनन परिवहन जोरों से चल रहा है।
15 जून से मध्यप्रदेश सरकार ने रेत खनन पर प्रतिबंध लगाया है। नदियों को संरक्षित करने सख्त निर्देश लागू है इसके बावजूद सरकारी निर्देशों की धज्जियां उड़ रही है नियम को ताक में रखकर भदार नदी की बीच धार मे ट्रैक्टर लगाकर रेत निकालते है। सैकड़ो डंफर रेत रोजाना कटनी सतना मैहर रीवा परिवहन किया जाता है। ग्रामीणों के शिकायत के बाद भी इस ओर प्रशानिक जिम्मेदार अधिकारी माइनिंग पुलिस राजस्व मौन धारण किये है।
यहां चल रहा रेत का मनमाना खनन
कटनी जिले के सीमा से लगे उमरिया जिले में रेत का अबैध खनन परिवहन लंबे समय से फल-फूल रहा है कुछ रेत माफिया भंडारण के नाम पर नदी को खोखला कर दिए है नदियां अब खदान में तब्दील हो गई है। जानकारी अनुसार मानपुर ब्लाक के सुखदास,कुडी सलैया,पतौर,सहित आधा दर्जन गांव में रेत का अबैध खनन अधिकारियों के संरक्षण में चल रहा है रेत माफिया ट्रैक्टर से रेत को भारी मात्रा में स्टाक करके ट्रक में भरकर दूसरे जिला परिवहन करते है। सूत्रों से मिली खबर रेत माफिया आसपास थाना हर महीना चढ़ोत्तरी देकर फिक्स कर लिए है अब सीना ठोकर रेत के अबैध कारोबार को अंजाम दिया जा रहा है।