कटनी, दैनिक मध्यप्रदेश
पुलिस अधीक्षक ललित शाक्यवार की पहल पर आज पुलिस ने एक माह की अवधि के दौरान विभिन्न थाना क्षेत्रों से गुम हुए 56 स्मार्ट मोबाइल को सीडीआर लोकेशन के आधार पर सर्च कर उन्हें संबंधित लोगों से बरामद कर आज उनके मालिकों को सौंपे। पुलिस अधीक्षक कार्यालय में लोगों को उनके गुमे मोबाइल सौंपे गये।पुलिस अधीक्षक ललित शाक्यवार ने आज अपने कार्यालय में मीडिया को जिला पुलिस की इस अभिनव पहल की जानकारी देते बताया कि मोबाइल आजकल लोगों की जिंदगी का एक महत्वपूर्ण वस्तु बन गयी है जिसके बगैर उन्हें भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कीमती मोबाइल के गुमने पर व्यक्ति परेशान होकर थाने में शिकायत करता है। पुलिस मोबाइल गुमने की शिकायत दर्ज कर लेती है।
एक माह में चोरी मोबाइल खोजे
श्री शाक्यवार ने बताया कि पिछले माह के दौरान जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में आयी मोबाइल गुमने की ढेरों शिकायतों की जानकारी लगने पर उनके द्वारा साइबर टीम को इन मोबाइलों को सर्च करने के निर्देश दिये। साइबर टीम द्वारा सीडीआर लोकेशन के आधार पर चोरी गये मोबाइलों में 56 मोबाइल बरामद करने में सफलता प्राप्त की। चूंकि घटना की शिकायत करने वाला व्यक्ति थाने में अपना नाम पता दर्ज कराता है अत: उस आधार पर उन्हें सूचित कर पुलिस अधीक्षक कार्यालय बुलाया गया और पहचान के बाद सुपुर्दगी की गयी। एस.पी. ने बताया कि बरामद मोबाइल स्मार्ट है और उनकी कीमत 10 हजार रुपये से अधिक है। बरामद किये गये मोबाइलों की कीमत 56 लाख रुपये बतायी गयी है।
धोखे में मिले मोबाइल
एस.पी. ने बताया कि गुमे मोबाइल जिन लोगों से बरामद हुए उनसे पूछताछ करने पर अधिकांशों ने धोखे में उपयोग करना या सड़क में मिलने या फिर गुमराह कर देने की जानकारी दी। चूंकि जिन लोगों के पास मोबाइल मिले उनका कोई अपराधिक रिकार्ड नहीं था अत: उन्हें यह चेतावनी देते छोड़ा गया कि अगर फिर उन्हें ऐसा मोबाइल लावारिस मिले या कोई उन्हें गुमराह कर सौंपने का प्रयास करे तो इसकी सूचना निकटवर्ती थानों में दें।
इनके मोबाइल हुए बरामद
पुलिस अधीक्षक ने प्रेस कांफ्रेंस में उन लोगों की सूची भी जारी की जिनके गुमे मोबाइल पुलिस ने खोजकर उनके हवाले किये गये। सूची में ज्योति श्रीवास्तव, शिवम लाल पटैल, विनोद सकतेल, अभिषेक कश्यप, जय पटैलख् मनीता कुशवाहा, दीपक कुशवाहा, प्रमोद बर्मन, श्रीराम पाण्डेय, राकेश जैन, अमित विश्वकर्मा, राजेन्द्र निषाद, चंदन विश्वकर्मा, अनंतराम, अनिरूद्घ बख्शी, शुभम तिवारी, कपिल तिवारी, राजा चौधरी, अमृतलाल पटैल, हरीश तनवानी, राजकुमार कोरी, काजल पटैल, बाबू बुनकर, नितिन कोरी, सीमा बर्मन, दिलीप बर्मन, विक्रम काची, रविकांत शर्मा, दीपक रूपचंदानी, विनोद गायकवाड, आनंद दुबे, एम.डी. मुबारक, रेखा गुप्ता, सचिन बडगैया, निर्मल बजाज, भास्कर दत्त गौतम, लालजी चौधरी, तुलसीदास तिवारी, आलोक रंगलानी, पंकज चतुर्वेदी, दुर्गेश तिवारी, विजय चौधरी, मनोज परौहा, आशीष कोहली, पद्मा शुक्ला, सचिन, अजय दुबे, ओंकार तिवारी, दिनेश बोरीवाल, संगीता चौबे, अमर सोनी, आर्ची जगवानी, शिव पाण्डे, मनीष सिंह, विकास पटैल शामिल थे।
इनके प्रयास से मिली सफलता
प्रेसवार्ता में एडीएसपी संदीप मिश्रा ने बताया कि गुम हुए मोबाइल की तलाश में साइबर सेल के प्रभारी आरक्षक अजय शंकर साकेत, वरूण परिहार, सूरज मेहरा, शुभम गौतम, देवराज पवार, चंदन प्रजापति का सराहनीय योगदान रहा। प्रेस वार्ता में एसपी, एडीएसपी के अलावा यातायात प्रभारी राघवेन्द्र भार्गव, वैज्ञानिक अधिकारी अविनाश सिंह सिसोदिया भी मौजूद रहे।
क्या पुलिस को गली कूचों में पड़े मिले मोबाइल ?
जिले भर के थानों में पिछले एक माह में मोबाइल चोरी जाने या गुमने की दर्ज रपट के आधार पर पुलिस ने 56 मोबाइल फोन बरामद तो कर लिये हैं, लेकिन पुलिस यह उजागर करने में कोताही बरत रही है कि ये मोबाइल जब्त कहां से किये गये हैं? पुलिस द्वारा प्रेस कांफ्रेंस में दी गई जानकारी को मानें तो साइबर ब्रांच की खोजबीन के बाद ये मोबाइल अलग-अलग मिले हैं तो क्या शहर के चौराहों और गली कूचों में ये मोबाइल फोन पड़े हुये मिल गये? बहरहाल संतोष की बात है कि माल मिल गया भले ही कोई चोर या आरोपी नहीं पकड़ा गया।
पुलिस को कहा थैंक्यू
बताया जाता है कि एसपी कार्यालय में अपने गुमे मोबाइल जिनके मिलने की लोग आशा छोड़ चुके थे वे पुलिस की अभिनव पहल से वापस मिलने पर उनकी चेहरों में खुशी झलक रही है। मोबाइल पाकर उनके द्वारा पुलिस को धन्यवाद देते इस पहल की सराहना की।