कटनी, दैनिक मध्यप्रदेश
खेतों में जंगली जानवर सहित अनधिकृत प्रवेश पर रोक लगाने की मंशा से एक किसान ने अपने खेत के चारों ओर लगी कटीली तार बाड़ी में करंट प्रवाहित कर दिया जिसके बाद आज बुधवार की सुबह करीब 10 बजे पडोसी कृषक अपने 14 वर्षीय पुत्र के साथ जब खेत में रोपा लगा रहा था तो वह अनजान था कि दुसरे के खेत में लगी तार बाउंडरी में करंट दौड़ रहा है और अचानक पिता पुत्र करंट की चपेट में आ गए और घटना स्थल पर ही दोनों की दर्दनाक मौत हो गयी। विदित है कृषि कार्य के चल रहे मौसम में करंट से मौतों का सिलसिला जारी है आज सुबह स्लीमनाबाद थाना क्षेत्र के ग्राम पौनिया में खेत में धान का रोपा लगा रहे तभी करंट से पिता पुत्र की मौत हो गयी जिन्हें तत्काल; स्थानीय लोगों द्वारा शासकीय जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया जहाँ पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
बताया जाता है कि मृतक का परिवार काफी गरीब है और शेष परिवार के समक्ष रोटी रोजी का संकट खड़ा हो गया।घटना के बारे में मिली जानकारी के अनुसार ग्राम पौनिया निवासी बखत्तू वल्द रिखीराम कुम्हार 43 वर्ष द्वारा इस बार ग्राम स्थित एक खेत ठेके पर लिया था और आज सुबह वह अपने छोटे पुत्र राम बिहारी के साथ अपने खेत में रोपा लगा रहा था। बताया जाता है बखत्तू के पड़ौस स्थित खेत के मालिक छोटे साहू ने फसल को बचाने के लिये अपने खेत में बने बाड़े में लोहे की तारों में करंट प्रवाहित किया था जिसकी जानकारी किसी को नही थी।
अंजाने में छू लिया बाड़ा
चूंकि बाड़े में फैले करंट से पिता पुत्र अंजान थे अत: रोपा लगाते समय दोनों का शरीर बाड़े में प्रवाहित तार से छू गया जिससे दोनों चीख मारते वहीं बेहोश होकर गिर गये। आसपास खेतों में काम करने वाले कृषक उन्हें तुरंत अस्पताल लेकर आये जहां चिकित्सक ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस घटना से समूचे ग्राम में सनसनी फैल गयी।
रोजी-रोटी का संकट
बताया जाता है कि बखत्तू का परिवार अत्यंत गरीब है। बखत्तू व उसके छोटे पुत्र की मौत होने पर अब परिवार में सिर्फ बड़ा पुत्र श्याम बिहारी जो घटना के समय कटनी गया था के अलावा 10 वर्षीय पुत्री सुक्खो ही शेष बची है। चूंकि परिवार के मुखिया की मौत हो गयी है अत: बच्चों के समक्ष रोटी रोजी का संकट पैदा हो गया है। पुलिस द्वारा आवश्यक कार्यवाही के बाद दोनों लाशें श्याम बिहारी के हवाले की गयी।