KATNI : धनतेरस पर बाजार सजकर तैयार, आज होगी धन वर्षा

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करोड़ों के कारोबार की उम्मीद, आचार संहिता की बंदिशो के बीच अच्छे व्यापार की उम्मीद

कटनी दैनिक मध्यप्रदेश न्यूज़। रोशनी के महापर्व दीपावली की शुरूआत शुक्रवार को धनतेरस से हो रही है। चुनावी बेला में बाजार में मंदी और महंगाई का असर साफ देखने को मिल रहा है परंतु धनतेरस पर कुछ न कुछ खरीदने की परंपरा का इस बार भी निवर्हन किया जाएगा, इसको लेकर बाजार सजकर तैयार हो गए हैं। बाजार में चहुंओर रौनक नजर आ रही है। दुकानदारों, व्यापारियों को इस बार अच्छी ग्राहकी की उम्मीद है। सबसे ज्यादा भीड़ इलेक्ट्रिक, इलेक्ट्रॉनिक, सराफा और बर्तन बाजार में रहेगी। खरीददारी का सिलसिला शाम से शुरू होकर देर रात तक चलता रहेगा। सुभाष चौक, कपड़ा बाजार, झंडा बाजार, गांधीद्वार, सहित अन्य क्षेत्रों में फुटकर दुकानें भी लग गई हैं, जहां आज से अगले तीन दिनों तक खरीददारी होगी।

कुछ न कुछ खरीदने की परंपरा

धनतेरस पर खरीदारी शुभ मानी जाती है। ऐसे में ग्राहकों को लुभाने के लिए कंपनियों, दुकानों, शोरूम की ओर से तरह-तरह के ऑफर दिए जा रहे हैं। धनतेरस के एक दिन पहले आज गुरुवार को शहर की बाजारों में खरीदारी करने के लिए लोगो में खासा उत्साह देखा गया। इलेक्ट्रॉनिक, सराफा और फर्नीचर बाजार में किश्तों पर भी सामान उपलध है। मोबाइल, एलईडी टीवी, कार, बाइक, इलेक्ट्रिक एवं इलेक्ट्रॉनिक सहित तमाम तरह के सामान की जबर्दस्त बिक्री की उम्मीद से कारोबारियों को अच्छा व्यापार होने की संभावना है। सबसे ज्यादा रकम
ऑटोमोबाइल्स सेक्टर खर्च होने की उम्मीद है। ऑटोमोबाइल्स के बाद सबसे ज्यादा रकम इलेक्ट्रॉनिकस आइटस पर खर्च किए जाने की उम्मीद है। बाजार में स्मार्ट मोबाइल, लैपटॉप, वॉशिंग मशीन, एलईडी टीवी,
टैब आदि की खासी बिक्री हो रही है। कई कंपनियां एक्सचेंज ऑफर लेकर आई है, जबकि इंस्टॉलमेंट में भी ये आइटस उपलध कराए जा रहे हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स आयटस में सबसे ज्यादा डिमांड वर्तमान में वाशिंग मशीन, आरओ वाटर प्यूरिफायर, माइक्रो ओवन की है।

धनतेरस पर शुभ मुहूर्त

वैदिक पंचांग के मुताबिक हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है। इस वर्ष कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 10 नवंबर को दोपहर 12 बजकर 35 मिनट से आरंभ हो जाएगी। इस त्रयोदशी
तिथि का समापन 11 नवंबर को दोपहर 01 बजकर 57 मिनट पर होगा। उदया तिथि के आधार पर धनतेरस का पर्व 10 नवंबर शुक्रवार को प्रदोषकाल में मनाया जाएगा। धनतेरस का त्योहार दिवाली से पहले मनाया जाता है। यह 5 दिनों तक चलने वाले दीपोत्सव का पहला दिन होता है। धनतेरस पर भगवान गणेश, मां लक्ष्मी और कुबेर देवता की पूजा करने का विधान होता है। धनतेरस पर यम देवता की पूजा और घर के दक्षिण दिशा में दीपक जलाया जाता है। धनतेरस पर लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त 10 नवंबर, शुक्रवार को शाम 05 बजकर 47 मिनट प्रारंभ हो जाएगा, जो शाम 7 बजकर 47 मिनट तक रहेगा।

धनतेरस पर 5 महासंयोग

दीपावली के दो दिन पहले धनतेरस पर सबसे शुभ योग रहेगा। इस दिन 4 राजयोग और एक 1 शुभ योग बन रहा है। इस तरह 5 योगों का महासंयोग 10 नवंबर को रहेगा। धनतेरस पर वैसे भी सोना-चांदी और बर्तन खरीदने की परंपरा रही है। इस बार इन 5 योगों के कारण ये और भी खास हो जाएगी। दीपावली 12 नवंबर तक शुक्ल, ब्रह्म, इंद्र, स्थिर, प्रीति, आयुष्मान, सौभाग्य, दामिनी, उभयचरी, वरिष्ठ, सरल, शुभकर्तरी गजकेसरी और सर्वार्थसिद्धि योग शामिल हैं। इन शुभ योग में की गई खरीदारी और शुरुआत लंबे वक्त तक फायदा देने वाली रहेगी। इन शुभ योग में किए कामों में सफलता की संभावना और बढ़ जाती है।

इस बार 5 नहीं 6 दिन का दीपोत्सव पर्व

इस बार पांच दिनों का दीपावली महापर्व छह दिनों का होगा। इस बार तिथियों के भुग्त भोग्य यानि घटने बढ़ने के कारण दीपावली का पर्व 6 दिनों का होगा। इस बार दीपावली महापर्व की शुरुआत शुक्रवार 10 नवंबर को धनतेरस से होगी। छोटी दीपावली या रूप चौदस रविवार 12 नवंबर और दीपावली रविवार 12 नवंबर, अन्नकूट व गोवर्धन पूजा मंगलवार 14 नवंबर और भैयादूज बुधवार 15 नवंबर के साथ ही इस महापर्व का सामापन हो जाएगा।

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