KATNI NEWS / कटनी दैनिक मध्यप्रदेश न्यूज़ | जिला अस्पताल स्थित ट्रामा सेंटर में आज उस समय अफरा तफरी की स्थिति निर्मित हो गयी जब महिला सर्जिकल वार्ड के प्रसाधन गृह में एक व्यक्ति फांसी के फंदे पर झूलता मृत पाया गया। मरीजों द्वारा जानकारी देने पर कर्मचारियों ने सिविल सर्जन को खबर की और सिविल सर्जन द्वारा सूचना देने पर चौकी पुलिस ने आकर आवश्यक कार्यवाही की। मृतक कल ही जिला अस्पताल में स्वयं आकर भर्ती हुआ था। उक्त के द्वारा टायलेट में फांसी लगाना रहस्य बन गया है जिसका खुलासा पुलिस जांच से होगा।
इस सनसनीखेज घटना के बारे में मिली जानकारी के अनुसार आज दोपहर जब एक महिला मरीज सर्जिकल वार्ड के प्रसाधन में गयी तो उसे एक व्यक्ति फांसी पर झूलता दिखा जिस पर वह शोर मचाते बाहर आ गयी और देखते देखते वार्ड के सामने भारी भीड़ लग गयी।
गमछे से लगायी फांसी
प्रत्यक्ष दर्शियों से मिली जानकारी के अनुसार मृतक द्वारा प्रसाधन गृह के रोशनदान में गमछे का फंदा कसकर उस पर झूल गया था। सूचना मिलते ही सिविल सर्जन एस.के. शर्मा व चिकित्सक वहां पहुंचे और अस्पताल पुलिस चौकी को सूचना दी गयी। पुलिस द्वारा स्थल पर आकर लाश को नीचे उतारकर पंचनामा इत्यादि कार्यवाही के बाद उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा। अस्पताल प्रबंधन द्वारा मृतक के परिजनों को सूचित कर दिया गया था।
स्वयं आकर हुआ था भर्ती
जानकारी के मुताबिक मृतक बलवंत गौड़ पिता रूपवान 50 वर्ष निवासी पानीपत हरियाणा के रूप में पहचाना गया। अस्पताल सूत्रों के अनुसार मृतक कल 16 सित. को सायं 7 बजे स्वयं जिला अस्पताल में भर्ती हुआ था। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार वह किसी ट्रेन से गिरकर घायल हुआ था और रेल्वे अस्पताल में उसका उपचार भी हुआ था लेकिन बाद में वह जिला अस्पताल में स्वयं आकर भर्ती हुआ था। चर्चाओं में यह भी सुना गया कि उक्त व्यक्ति को जीआरपी द्वारा भर्ती कराया गया था।
अस्पताल में फांसी लगाना रहस्य बना
उक्त व्यक्ति द्वारा जिला अस्पताल के प्रसाधन गृह में फांसी क्यों लगायी यह बात किसी के समझ में नहीं आ रही है। चर्चाओं में कथित तौर पर यह भी सुना गया है कि वह कई बार घायल अवस्था में भर्ती हुआ था। चर्चाओं में यह भी सवाल उठ रहे हैं कि आखिर उक्त व्यक्ति पानीपत से कटनी बार-बार क्यो आता था और वह कौन सा काम या धंधा करता था जिसके कारण वह बार-बार घायल होने पर अस्पताल में भर्ती होता था।
परिजनों के आने पर होगा खुलासा
जानकारी के अनुसार अस्पताल प्रबंधन द्वारा घटना की सूचना जीआरपी को दे दी गयी है और जीआरपी द्वारा मृतक के परिजनों से संपर्क साधने के प्रयास किये जा रहे हैं। मृतक के परिजनों के आने पर ही पता चलेगा कि मृतक बार-बार कटनी क्यों आता था और उसने अस्पताल में ही आकर फांसी क्यो लगायी।
जिला अस्पताल में खुदकुशी की पहली घटना
जिला अस्पताल में मौतें तो रोजाना होती हैं लेकिन किसी भर्ती मरीज द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या करने की संभवत: यह पहली घटना हैं। इससे पूर्व भी जिला अस्पताल में कई अपराधिक मामले हो चुके हैं जिसमें कुछ वर्ष पूर्व भर्ती एक मरीज पर चाकू से हमलाकर हत्या करने की घटना के अलावा नवजात बच्चों के चोरी होने के मामले भी हो चुके हैं जबकि मरीजों के सामान व रुपये चोरी होने की घटनाएं तो अक्सर प्रकाश में आती ही रहती हैं।