कटनी, दैनिक मध्यप्रदेश
प्रदेश सरकार के निर्देश पर मिलावट खोरी पर लगाम कसने के लिये खाद्य व औषधि प्रशासन विभाग के अधिकारियों द्वारा खाद्य सामग्रियों से संबंधित दुकानों से सेंपल लेने की कार्यवाही के चलते आज सुबह झंडा बाजार क्षेत्र में उस समय अफरा तफरी की स्थिति देखी गयी जब विभागीय टीम पुलिस के साथ दो अनाज दुकानों से सेंपल एकत्र करने पहुंचें। दुकानदार टीम को देख अपनी दुकानों के शटर बंद कर सड़क पर आकर विरोध करने लगे लेकिन इसके बाद भी विभागीय टीम ने अपनी कार्यवाही करते हुए दोनों दुकानों से खाद्यान के नमूने संकलित किये।
गौरतलब हो कि प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा मिलावट खोरी को खत्म करने के लिये दिये निर्देश के फलस्वरूप जिले के खाद्य व औषधि प्रसाधन विभाग के अधिकारियों द्वारा चालू माह में निरंतर कार्यवाही की जा रही है। रक्षाबंधन पर्व से पूर्व दूध व उससे निर्मित सामग्री बेचने वाले प्रतिष्ठानों में जांच करते हुये दूषित खाद्य सामग्री नष्ट करायी और सेंपल लेकर जांच के लिये भेजे गये।
अनाज के सेंपल लिये
जानकारी के अनुसार खाद्य व औषधि प्रसाधन विभाग के अधिकारियों के दल ने आज सुबह जब एसआई धीरज राज व पुलिस बल के साथ झंडाबाजार क्षेत्र में दबिश दी। बताया जाता है कि टीम को आता देख दुकानदारों में हड़कंप मच गया और वे अपनी अपनी दुकानें बंद कर सड़क पर आक्रोश प्रगट करने लगे।
बताया जाता है कि दुकानदारों के विरोध के बाद भी टीम ने देशराज गुप्ता व चंदलाल प्रीतम दास ग्रेन मर्चेट की दुकानों में बिकने वाले अनाज दाल, चावल के सेंपल एकत्र किये और पंचनामा कार्यवाही की।
दुकानदार करते रहे विरोध
देखा गया कि टीम के सदस्य जब उक्त दोनों दुकानों में कार्यवाही कर रहे थे तब बाहर बड़ी संख्या में खड़े दुकानदार तरह-तरह की बाते कर कार्यवाही को बाधित करने का प्रयास कर रहे थे। सूत्रों के अनुसार कोई विधायक को बुलाने की बात कह रहा था तो कोई कलेक्टर के पास शिकायत करने की। लेकिन इस सबके बाद भी टीम की कार्यवाही अप्रभावित रही।
तीन दिन पहले भी हुआ बाजार बंद
जानकारी के मुताबिक विभागीय दल ने तीन दिन पूर्व भी झंडा बाजार क्षेत्र स्थित वीना किराना दुकानों में दबिश देकर वहां से सामग्रियों के नमूने संकलित कर जांच के लिये थे। बताया जाता है कि इस दौरान भी क्षेत्रीय दुकानदारों ने विरोध करते हुए ना केवल अपनी दुकानें बंद की थी बल्कि पूरा बाजार ही बंद किया था।
समझ से परे है विरोध
दुकानों में बिकने वाली खाद्य सामग्री का नमूना संग्रहित कर जांच के लिये भेजने संबंधी खाद्य व औषधि प्रसाधन विभाग की कार्यवाही का दुकानदारों द्वारा विरोध किया जाना समझ से परे है। लोगों का कहन है कि अगर दुकानदार अपनी दुकानों में शुद्घ सामग्री बेचता है तो कार्यवाही से डरना क्यो? सूत्र बताते है कि खुदरा व्यापारियों द्वारा थोक व्यापारियों से स्वयं खराब सामग्री ली जाती है ताकि अधिक से अधिक मुनाफा कमाया जाये।
वहीं खुदरा व्यापारियों का कहना है कि विभाग को नमूने एकत्र कर कार्यवाही करना है तो थोक व्यापारियों पर करें हम तो उन्ही से माल खरीदते है और बेचते है अत: हमारे विरूद्घ कार्यवाही उचित नहीं है।