विधानसभा में विधायक ने उठाया प्रश्न तो अध्यक्ष ने पुलिस कार्यवाही तेज करने दी हिदायत
नशाखोरी में पिछले 5-7 सालों इस जिले ने जितना नाम कमाया है शायद वह ज्यादा रेवेन्यू देने के मामले में नहीं कमाया होगा। स्मैक, चरस, गांजा, ब्राउन शुगर सब कुछ तो कटनी में धड़ल्ले से बिक रहा है। कल इसकी गूंज मध्यप्रदेश की विधानसभा तक पहुंची तो किसी को कोई आश्चर्य नहीं हुआ। दरअसल विधायक संदीप जायसवाल ने इस संदर्भ में प्रश्न किया तो विधानसभा अध्यक्ष महोदय ने कटनी और नरसिंहपुर में इसके खिलाफ मुहिम तेज करने की हिदायत दे दी हैं।
विधानसभा के मानसून सत्र में कटनी के विधायक संदीप जायसवाल ने कटनी के अपराधों के पीछे बढ़ रही मानसिक विकृति का जिक्र किया उन्होंने कहा कि क्या कारण है कि बच्चे और बच्चियों पर अपराध बढ़ रहे हैंं क्या उनका मनोचिकित्सक या नशे में होने का परीक्षण भी करायेंगे? अपराधों के पीछे बढ़ती स्मैक पीने वालों की संख्या भी कारण बन रही है।
विधायक जायसवाल ने कहा कि प्रदेश स्तर पर स्मैक के सप्लाई करने वालों पर कढ़ी कार्यवाही की जाये। उन्होंने स्वीकारते हुये कहा कि चाहे भाजपा की सरकार रही हो, चाहे नई सरकार हो स्मैकियों तक पहुंचने में कामयाब नहीं रहे। अत: इसके लिये कठोर कार्ययोजना प्रदेश स्तर पर बनाई जाये तभी कोई हल निकल पायेगा।
रेल्वे स्टेशन बड़ा अड्डा
नशाखोरी और नशे के व्यापार के लिये शहर में सबसे बड़ा अड्डा रेल्वे स्टेशन बन गया है जहां सर्वाधिक नशेडिय़ों को दिन रात घूमते देखा जा सकता है। नये-नये प्रकार के नशे करते छोटे-छोटे बच्चे यहां आपको पूरे स्टेशन परिसर में घूमते और पड़े हुये दिख जायेंगे। स्मैक और गांजे के अलावा कभी कफ-सीरप तो कभी नशे के इंजेक्शन जैसे तरीके भी यहां दिखाई देना आम बात है। इन नशेडिय़ों के कारण कई बार घटनायें भी घटित हुई हैं लेकिन रोकथाम के उपाय नाकाम रहे हैं।
उपनगरीय क्षेत्रों में बढ़ रही प्रवृत्ति
उपनगरीय क्षेत्र जैसे खिरहनी, इंदिरानगर, पहरूआ, अमीरगंज, माधवनगर तथा भट्ïठा मोहल्ला के वार्डों में सर्वाधिक नशाखोर घूमते पाये जा सकते हैं। टपरों और ठेलों के अलावा अब जेब में स्मैक या गांजे की पुडिय़ा रखकर बेचने वाले किशोर इसमें संलिप्त होकर बेखौफ व्यापार कर रहे हैं।
जिला स्तर पर चले अभियान
नये कलेक्टर-एसपी ने कल जिस तरह शहर के विकास कार्यांे का संयुक्त दौरा कर अवलोकर किया है उसी तरह रात में पूरे अमले को लेकर नशाखोरों के विरूद्घ छापामार कार्यवाही करें तो अपने आप स्मैक-गांजे के फलफूल रहे व्यापार पर रोक लग सकेगी और इसके पीछे के बड़े चेहरे बेनकाब हो सकेंगे। कटनी एक रेल जंक्शन भी है सर्वाधिक चौकसी रेल्वे स्टेशन पर किये जाने की जरूरत है। टे्रनों के माध्यम से भारी मात्रा में नशे की खेप कटनी पहुंचती है। नशे के इस व्यापार में कटनी का गूंजता नाम जल्दी हटे तो अपराधों में भी कमी आयेगी और लोगों को राहत की सांस लेने का मौका मिलेगा।