KATNI NEWS / कटनी दैनिक मध्यप्रदेश न्यूज़ | जिले के बरही क्षेत्र में एक सप्ताह पूर्व रेत से भरे ट्रकों की धरपकड़ के दौरान बरही थाना प्रभारी एनके पाण्डेय व उप निरीक्षक मीनाक्षी पांद्रे के बीच हुए विवाद के मामले की जांच पूर्ण होने के बाद भी कोई कार्यवाही का ना होना आश्चर्यजनक है। इस विवाद की आईजी व डीआईजी स्तर के अधिकारियों को भी जानकारी होने के बाद भी दोषी के विरूद्घ कार्यवाही का ना होना चर्चा का विषय बन गया है।
गौरतलब हो कि 10 सितम्बर की रात्रि को नाइट ड्यूटी कर रही एसआई मीनाक्षी पांद्रे ने रेत परिवहन कर रहे वाहनों को पकड़ा था जिनमें तीन वाहन ओव्हर लोड थे। इस दौरान वाहनों को छोडऩे के लिये टी आई श्री पाण्डेय द्वारा दबाव बनाया जा रहा था और उपनिरीक्षक पर रौब झाडऩे का मामला उजागर हुआ था। घटना की शिकायत डीआईजी, एसपी से किये जाने पर उनके निर्देश पर जांच भी करवाई गयी थी। जांच पूर्ण होने व रिपोर्ट सौंपने के बाद अब तक कोई एक्शन न होने के कारण प्रतीत हो रहा है कि दबाव के चलते रिपोर्ट फाइलों के नीचे दब गयी है।
अंदरूनी मामला बता रहे
इस बारे में एक ओर अधिकारी जहां पुलिस का अंदरूनी मामला बता पर्दा डालने की कोशिश कर रहे हैं वहीं घटना के ऑडियो-वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस की कार्य प्रणाली को लेकर लोगों में चर्चाओं का दौर जारी है। विदित हो कि एसपी द्वारा इस विवाद की जांच विजयराघवगढ़ एसडीओपी हरिओम शर्मा को सौंपी थी और श्री शर्मा द्वारा जांच रिपोर्ट तीन दिन पहले ही एसपी को सौंपे जाने की खबर है।
विवाद से किरकिरी
सूत्रों का कहना है कि संभवत: अधिकारी अभी तक यह तय नहीं कर पाये हैं कि किस पर कार्यवाही की जाये और किसे बख्शा जाये। हलाकि थाना प्रभारी द्वारा रेत कारोबारियों का पक्ष लेना सार्वजनिक हो चुका है इसके बाद भी अधिकारी असमंजस में हंै जिससे लोगों के बीच पुलिस की किरकिरी हो रही है और अधिकारियों की चुप्पी संदेह को बढ़ा रही कि कहीं पुलिस के संरक्षण में तो रेत का अवैध कारोबार नही चल रहा।
नहीं थमा रेत का अवैध परिवहन
एक ओर जहां बरही में टी आई-एस आई विवाद की घटना चर्चा का विषय बनी है वहीं अब बिना टीपी रेत का परिवहन भी शुरू होने की खबर है। ऐसा एक मामला दो दिन पूर्व बड़वारा में सामने आया था जिसमें एक रेत लोड वाहन का पुलिस द्वारा पीछा करने पर वह कीचड़ में धंस गया था जिसे बाद में पुलिस द्वारा निकलवा कर थाने के सामने रेत खाली करायी थी लेकिन दूसरे दिन रेत ही गायब हो गयी। जो कि अपने आप में आश्चर्यजनक है और जांच का विषय बन गया है।