पन्ना दैनिक मध्यप्रदेश , प्रदेश मे स्वास्थ संस्थाओं की स्थिति सुधर नही रही है जहां एक ओर शासकीय चिकित्सालयों, स्वास्थ केन्द्रो में डॉक्टरों की कमी है वहीं दूसरी ओर जो डॉक्टर पदस्थ है वह अपनी ड्युटी के प्रति भारी लापरवाह है वह तो सिर्फ घर पर मरीजो से फीस वसूलने मे अधिक रूची ले रहे है उन्हे आम लोगो तथा जिला चिकित्सालयों शासकीय केन्द्रों की व्यवस्थाओं से कोई लेना देना नहीं है जबकि दूसरी ओर शिक्षा एवं स्वास्थ के नाम पर सरकार द्वारा करोडो रूपये खर्च किये जा रहे है। तथा डॉक्टरों को हर प्रकार की सुविधाये उपल्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है।
उदाहरण के तौर पर पन्ना जिला मुख्यालय मे मध्य प्रदेश शासन स्वास्थ विभाग द्वारा शहरी स्वास्थ सेवा केन्द्र का शुभारंभ किया गया था जिसमे एक डॉक्टर, एक नर्स तथा एक सहायक कर्मचारी की पदस्थापना की गई थी। जिसका समय दोपहर 12 बजे से सायंकाल 8 बजे किया गया था यह स्वास्थ केन्द्र पन्ना नगर मे धर्म सागर तालाब पावर हाउस के पास किया गया जिसमे मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा 1 डॉक्टर, 1 नर्स तथा 1 सहायक को पदस्थ किया गया।
उक्त शहरी स्वास्थ केन्द्र भगवान भरोसे चल रहा है सप्ताह मे मुश्किल से दो तीन दिन ही 1-2 घन्टे के लिए खुलता है शेष समय ताला लगा रहता है ईलाज कराने वाले मरीजो ने बताया की स्वास्थ्य केन्द्र मे अधिकांश समय नर्स आशा सेन से ही मुलाकात हुई पदस्थ डॉक्टर अक्सर नदारात रहती है जबकी डॉक्टर तथा कर्मचारियों की बेतन समय से हर माह निकलती है लेकिन इनके द्वारा ड्युटी नही की जाती शासन की लाखो रूपये की राशि मुफ्त मे जा रही है आम जनता को इसका लाभ नही मिल रहा है। स्थानीय निवासीयों ने जिला कलेक्टर तथा मुख्य चिकित्साक अधिकारी से लापरवाह पदस्थ डॉक्टर तथा कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।