श्योपुर, 8 सितम्बर (भाषा) मध्य प्रदेश में श्योपुर जिले में प्रस्तावित अटल प्रोग्रेस वे चंबल एक्सप्रेस वे के लिए भूमि अधिग्रहण के मुद्दे पर प्रदर्शनकारी किसानों से ज्ञापन लेने कलेक्टर के स्वयं नहीं आने पर कांग्रेस के विधायक बाबू सिंह जंडेल ने शीर्षासन कर विरोध प्रदर्शन किया।
हालांकि, कलेक्टर राकेश श्रीवास्तव ने दावा किया, मैं ज्ञापन लेने गया था। यह घटना सोमवार शाम को हुई जब कांग्रेस विधायक जंडेल बड़ी संख्या में अपने समर्थकों के साथ कलेक्टर कार्यालय में ज्ञापन देने गए। वह अटल प्रोग्रेस वे के लिए भूमि अधिग्रहण के मामले में चार गुना मुआवजे, मुजहरी बांध का निर्माण और किसानों से एमएसपी पर खरीदी गई गेंहूं की फसल के लिए बोनस देने की मांग कर रहे थे।
विधायक जंडेल उस समय नाराज हो गए जब कलेक्टर ने कथित तौर पर परिसर में प्रदर्शनकारियों के पास आकर ज्ञापन लेने से इंकार कर दिया और उन्होंने अनुविभागीय अधिकारी एसडीएम रुपेश उपाध्याय को प्रदर्शनकारियों से ज्ञापन लेने भेजा। इससे विधायक जंडेल और उनके समर्थक और नाराज़ हो गए।
इसके बाद, कांग्रेस विधायक और उनके समर्थकों ने अपनी शर्ट उतार दी और अधिकारियों का ध्यान आकर्षित करने के लिए शीर्षासन कर विरोध प्रदर्शन किया। विधायक और किसानों ने दो घंटे तक प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी और प्रदर्शन करने के बाद कलेक्टर कार्यालय की दीवार पर अपना ज्ञापन चिपकाकर वापस चले गए।
जंडेल ने संवाददाताओं से कहा, हमने दो घंटे तक कलेक्टर कार्यालय के सामने धरना दिया, लेकिन जिला कलेक्टर किसानों के बीच ज्ञापन लेने नहीं आए।
किसान संगठन के अध्यक्ष रामजी लाल मीणा ने कहा कि किसान जमीन के बदले जमीन नहीं चाहते हैं। किसान जमीन के बदले चार गुना मुआवजा और क्षेत्र में मुजहरी बांध के निर्माण के लिए मंजूरी चाहते हैं।
कलेक्टर ने संपर्क करने पर दावा किया कि वह ज्ञापन लेने गए थे। हालांकि, उन्होंने इस मुद्दे पर किसी अन्य सवाल का जवाब देने से मना कर दिया।