उमरिया (मध्य प्रदेश), (भाषा) मध्य प्रदेश के उमरिया जिले के दो गांवों में पिता-पुत्र समेत तीन लोगों की डायरिया से मौत हो गई जबकि छह अन्य लोग इस बीमारी से जूझ रहे हैं। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि डायरिया फैलने के बाद क्षेत्र के स्वास्थ्य पर्यवेक्षक को निलंबित कर दिया गया है, जबकि दो अन्य अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
क्षेत्र के चिकित्सा अधिकारी डॉ. केएल बघेल ने बताया कि दूषित भोजन या पानी के कारण होने वाली इस बीमारी से बुधवार को करही गांव में रामदेव सिंह (65) नामक व्यक्ति की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि बेलसारा गांव में तनुप सिंह (62) और उनके बेटे चूड़ामणि सिंह (32) की भी डायरिया से मौत हो गई।
डॉ. बघेल ने बताया कि करही में छह अन्य लोग भी डायरिया के शिकार हुए हैं। उन्होंने बताया कि उनमें से तीन को डिंडोरी जिले के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि बाकी का घर पर ही इलाज चल रहा है।
उन्होंने बताया कि दोनों गांवों में चिकित्सकों, महामारी विज्ञानियों और राजस्व अधिकारियों की एक टीम भेजी गई है।
बीमारी के कारणों के बारे में पूछे जाने पर डॉ. बघेल ने कहा कि उन्हें पानी के दूषित होने का संदेह है। हालांकि, उन्होंने कहा कि जिला मुख्यालय से दो से तीन किमी दूर और लगभग 70 किमी दूर स्थित दोनों गांवों में पीने योग्य पानी का एकमात्र स्रोत हैंडपंप हैं।
उन्होंने कहा कि लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग दोनों गांवों के पानी की जांच करेगा।
इस बीच, एक सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि उमरिया के कलेक्टर धरणेंद्र कुमार जैन ने डायरिया के मामले सामने आने के बाद मध्य प्रदेश सिविल सेवा नियमों के तहत घुलघुली सेक्टर के स्वास्थ्य पर्यवेक्षक आरपी सिंह को निलंबित कर दिया है।
इसमें कहा गया है कि कलेक्टर ने मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी मीनाक्षी मालव और सहायक नर्स और दाई (एएनएम) कंचन सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब देने को कहा है।