दक्षिण मुंबई के भीड़-भाड़ वाले डोंगरी इलाके में चार मंजिला रिहायशी इमारत गिरने की घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 14 हो गई।
एनडीआरएफ ने यह जानकारी देते हुए बताया कि फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए राहत एवं बचाव कार्य जारी है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मृतकों के परिवार वालों को पांच-पांच लाख रुपए और घायलों को 50,000 रुपए देने का ऐलान किया है।
मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने कहा , घायलों के इलाज का पूरा खर्च महाराष्ट्र सरकार उठाएगी। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के पीआरओ सचिदानंद गावडे ने कहा, 14 लोगों..सात पुरुष, चार महिलाएं और तीन बच्चों.. की मौत हुई है। अन्य नौ घायलों का इलाज जारी है।
गावडे ने बताया कि राहत एवं बचाव कार्य पूरी रात चला और अब भी जारी है। उन्होंने कहा, मौके से मलबे को पूरी तरह हटाए जाने तक राहत एवं बचाव कार्य जारी रहेगा।
अधिकारी ने बताया कि उनकी टीम को सूचना दी गई है कि हादसे के वक्त इमारत के भूतल पर बने एक भोजनालय में कुछ ग्राहक मौजूद थे। किसी को उनकी संख्या का अंदाजा नहीं है। उन्होंने कहा, उन्हें बचाने का हमारा काम अभी बाकी है।
महाराष्ट्र आवास एवं क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एमएचएडीए) ने कहा कि संरचना डोंगरी के टंडेल स्ट्रीट पर स्थित केसरबाई इमारत के पास बना ढांचा जो ढह गई वह अवैध था।
बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने दावा किया कि यह इमारत एमएचएडीए की थी। एमएचएडीए ने हालांकि मंगलवार शाम को एक बयान में कहा था कि केसरबाई इमारत के पास बना यह ढांचा अवैध था।
राज्य के आवास मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल ने मंगलवार को घटनास्थल का दौरा कर कहा था कि इमारत निजी निकाय की है और अवैध है।