कोटा राजस्थान, 1 मई (भाषा) राजस्थान में शराब की दुकानों को खोलने की मांग करते हुए एक कांग्रेस विधायक ने कहा कि अगर अल्काहोल के मिश्रण वाला सैनिटाइजर हाथों पर कोरोना वायरस को मार सकता है तो शराबियों के गले में शराब इस विषाणु को क्यों नहीं मार सकती।
कांग्रेस विधायक भरत सिंह कुंदनपुर ने बृहस्पतिवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लिखे पत्र में कहा, जब शराब से हाथों पर कोरोना वायरस के विषाणु मर सकते हैं तो यह शराब पीने वालों के गले से भी विषाणु को खत्म कर देगी।
उन्होंने दलील दी कि शराब की दुकानों को खोलने का यह कदम न केवल नकली शराब पीने वाले शराबियों को मरने से बचाएगा बल्कि लॉकडाउन के कारण अर्थव्यवस्था प्रभावित होने के मद्देनजर राज्य के लिए राजस्व भी लाएगा जिसकी उसे बहुत आवश्यकता है।
कोटा जिले के सांगोद निर्वाचन क्षेत्र से विधायक कुंदनपुर ने कहा, शराब सबसे बदनाम चीज है। इसलिए न तो केंद्र राज्यों को शराब की दुकानें खोलने की अनुमति देगा और न ही राज्य खुद से इसकी बिक्री पर फैसला लेंगे।
कांग्रेस विधायक ने कहा कि शराब की दुकानें बंद होने से राज्य की अर्थव्यवस्था बिगड़ रही है और साथ ही राज्य में अवैध शराब का कारोबार बढ़ रहा है जिसे पीकर लोगों की जान जा रही है।
भरतपुर जिले के हलेना गांव की एक घटना का जिक्र करते हुए कुंदनपुर ने कहा कि शराबी नकली शराब पीकर अपनी जान खतरे में डाल रहे हैं। इस घटना में नकली शराब पीने के बाद दो लोगों की आंखों की रोशनी चली गई और मौत हो गई।
राज्य को हुए राजस्व नुकसान की बात करते हुए विधायक ने कहा, राजस्थान ने 2020-21 में शराब की बिक्री से 12,500 करोड़ रुपए का राजस्व पैदा करने का लक्ष्य तय किया था लेकिन अब यह दूर की कौड़ी लग रहा है।
इससे पहले माकपा के विधायक बलवान सिंह पुनिया ने भी अप्रैल की शुरुआत में गहलोत से शराब की दुकानें खोलने की अपील की थी। पुनिया राजस्थान की भादरा सीट से माकपा के विधायक हैं। उन्होंने राज्य में शराब की बिक्री बहाल करने का गहलोत से अनुरोध करते हुए कहा था कि शराब की दुकानों को बंद करने से अवैध शराब का कारोबार फल-फूल रहा है जिससे लोगों की सेहत पर असर पड़ रहा है।