भोपाल, 18 जुलाई
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बृहस्पतिवार को विधानसभा में कहा कि मध्य प्रदेश बिजली का भंडारण करने वाला देश का पहला राज्य बनेगा।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने विधानसभा में अपने विभागों से संबंधित अनुदान मांगों पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए कहा, प्रदेश में बिजली के भंडारण की व्यवस्था की जा रही है। विश्व स्तर पर इसकी निविदा जारी की जा चुकी है। इस संबंध में चर्चा के लिए चीन की टीम को आमंत्रित किया गया है, जो शीघ्र ही मध्य प्रदेश के दौरे पर आ रही है।
मध्य प्रदेश बिजली का भंडारण करने वाला देश का पहला राज्य बनेगा। कमलनाथ ने कहा कि हम औद्योगिकीकरण की बात राजनीति के लिए नहीं, नौजवानों के भविष्य के लिए करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि निवेश नीति हर सेक्टर के लिए अलग-अलग बनाई जाएगी और हर नीति में रोजगार को प्राथमिकता दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि औद्योगिकीकरण के लिए निवेशकर्ताओं में विश्वास का वातावरण जरूरी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गत 15 साल में देश में जितना घरेलू और विदेशी निवेश भारत में आया, उसका बहुत कम हिस्सा मध्य प्रदेश में आया है। इससे हमको सबक लेने की जरूरत है। अपनी कार्यप्रणाली में परिवर्तन लाना होगा।
कमलनाथ ने कहा कि मध्य प्रदेश को आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का केन्द्र बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी में नित नए परिवर्तन हो रहे हैं। युवाओं को नई प्रौद्योगिकी से अद्यतन रखकर उन्हें ऐसा कौशल सिखाना चाहिए कि उन्हें अच्छी नौकरी मिल सके।
उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीक के अनुसार प्रदेश में युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने पर विशेष जोर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि उनका जोर प्रशिक्षणार्थियों की संख्या की बजाय उनकी नौकरी पर है। मुख्यमंत्री कमलनाथ के जवाब के बाद सदन ने उनके विभागों से संबंधित 3259 करोड़ 29 लाख 9 हजार रुपए की अनुदान मांगों को ध्वनिमत से पारित कर दिया।