सरकारी अफसर को क्रिकेट बल्ले से सरेआम पीटने के बहुचर्चित मामले में आरोपों का सामना कर रहे स्थानीय भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय ने यातायात पुलिस की एक महिलाकर्मी के तबादले को लेकर बुधवार को मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार के खिलाफ हमला बोला।
विजयवर्गीय ने आरोप लगाया कि यातायात पुलिस की सूबेदार सोनू बाजपेई का तबादला इंदौर से छतरपुर महज इसलिए कर दिया गया, क्योंकि उन्होंने प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री सज्जनसिंह वर्मा के भतीजे को यहां चारपहिया गाड़ी चलाते वक्त मोबाइल फोन पर बात करते देख रोकने की जुर्रत की थी।
भाजपा के 34 वर्षीय विधायक ने कहा, बाजपेई ने लोक निर्माण मंत्री के भतीजे अभय वर्मा को उस वक्त रोका, जब वह यातायात नियमों के खिलाफ फोन पर बात करते हुए चारपहिया गाड़ी चला रहे थे। इस मामले में अपने फर्ज को ईमानदारी से अंजाम देने पर यातायात पुलिस की महिला अधिकारी का आखिरकार तबादला कर दिया गया है।
उन्होंने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर तबादला उद्योग चलाने का आरोप लगाते हुए कहा, बाजपेई के स्थानांतरण से ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी बेहद हतोत्साहित होंगे। लिहाजा हमने सूबे के राज्यपाल लालजी टंडन को ज्ञापन भेजकर मांग की है कि महिला पुलिस अधिकारी के स्थानांतरण आदेश पर तत्काल रोक लगाई जाए।
उधर, राज्य के लोक निर्माण मंत्री के भतीजे अभय वर्मा ने भाजपा विधायक के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि महिला पुलिस अफसर के तबादले से उनका कोई लेना-देना नहीं है।
राजीव गांधी चौराहे पर अभय वर्मा की चारपहिया गाड़ी 14 अप्रैल को रोके जाने के बाद यातायात पुलिस की सूबेदार के साथ उनकी तीखी बहस को लेकर सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हुए थे। (भाषा)