कटनी, दैनिक मध्यप्रदेश
कटनी नदी पुल के 10 वर्ष बाद अस्तित्व में आने के आसार दिखाई देने लगे हैं और 6 माह में इसके पूर्ण होने की उम्मीद है। माना जा रहा है कि 2020 में उक्त पुल से आवागमन शुरू हो जाएगा और सदियों पुराने जर्जर पुल से आवागमन का खतरा टल जाएगा। गत रात्रि पुल के उत्तरी हिस्से पर स्लैब की ढलाई की गई जिससे आधा कार्य हो गया है। आज रात्रि 12 बजे से शेष हिस्से में ढलाई का कार्य होगा । इस दौरान भी आवागमन पूरी तरह बंद रहेगा।
लगभग 10 वर्ष के इंतजार के बाद कटनी नदी के नये पुल के अधूरे निर्माण के पूर्ण होने की उम्मीद है। सत्ता और निजाम बदलने के बाद ब्रिज निर्माण ठेकेदार ने सक्रियता दिखाई और 10 वर्षों से अधूरे पड़े निर्माण को अब पूर्ण कराए जाने की कवायद शुरू हुई है। विगत लगभग 5 माह से पुल के उत्तरी हिस्से पर लोहा बिछाने का कार्य पूर्ण होने पर गत रात्रि स्लैब डालने का काम शुरू हुआ। इस दौरान पुराने पुल पर मशीनों एवं मटेरियल का उपयोग किया गया जिससे रात्रि 12 बजे से तड़के 5 बजे तक पुल से आवागमन पूरी तरह बंद रहा। पुल से आवागमन बंद रहने के निर्देश दो दिन पूर्व ही जारी कर दिये गये थे जिससे रात्रि में सुरक्षा व्यवस्था के साथ आवागमन को पूरी तरह प्रतिबंधित रखा गया था। आज रात्रि पुन: ढलाई का कार्य होगा जिससे पुराने पुल से रात्रि 12 बजेे से सुबह 5 बजे तक आवागमन बंद रहेगा।
स्लैब ढलने के बाद शुरू होगा दक्षिणी हिस्से का निर्माण
कटनी नदी पुल को अस्तित्व में आने में अभी 6 माह से अधिक का समय लग सकता है। पुल के अभी आधे उत्तरी हिस्से का ही काम हुआ वह भी अधूरा है, अभी संतराम भवन तक स्लैब ढाला जाना बाकी है जबकि दक्षिणी हिस्से के तीसरे पिलर से अंतिम छोर चाण्डक चौक तक निर्माण कार्य कराया जाना है। इस दौरान पुल निर्माण के दायरे में आ रहे कुछ अतिक्रमणों को हटाया जाना भी बाकी है जिससे नये पुल से नये वर्ष 2020 में ही आवागमन शुरू होने की उम्मीद है। सूत्र बताते हैं कि शेष अधूरे निर्माण में लोहा बिछाने से लेकर ढलाई व अन्य कार्य कर पुल का पूर्ण निर्माण होने में 6 माह से अधिक का समय लग सकता है। दरअसल निर्माण कार्य में संसाधनों और मजदूरों की कमी से विलंब हो रहा है।