भोपाल, मध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह की प्रेस कांफ्रेंस में ही मंगलवार को यहां प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में अचानक बीच में बिजली गुल हो गई, जिससे वह कुछ पलों के लिए असहज हो गये। इस प्रेस कांफ्रेंस में वह राज्य सरकार की बिजली क्षेत्र में पिछले आठ महीनों में की गई उपलब्धियों एवं सौगातों पर चर्चा कर रहे थे। हालांकि, बिजली करीब एक मिनट के लिए गई। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बत्ती गुल होने पर प्रदेश में हो रही बार-बार बिजली कटौती की याद दिलाये जाने पर सिंह ने संवाददाताओं को कहा, ‘‘बिजली गई और आ भी तो गई। हो सकता है कि इसमें भी किसी की साजिश हो।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर कटौती हो रही होती तो एक मिनट में नहीं आती। एक मिनट के अंदर आ गई।’’ जब उनसे सवाल किया गया कि आप पता लगा लीजिए कि किसने यह बिजली काटी है, तो इस पर सिंह ने कहा, ‘‘मैंने साजिश का खुला आरोप नहीं लगाया है। मैंने कहा कि हो सकती है।’’ हालांकि, बिजली गुल हो जाने के दौरान उन्होंने अंधेरे में ही अपनी प्रेस कांफ्रेंस जारी रखी।
गौरतलब है कि पिछले साल नवंबर में मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सत्ता 15 साल बाद फिर से आने के बाद प्रदेश के बिजली उपभोक्ता बिजली बार-बार चली जाने से परेशान हैं। इस पर कांग्रेस आरोप लगा रही है कि भाजपा के नेता जानबूझ कर बिजली कटौती करा रहे हैं।
इसके अलावा, कांग्रेस यह भी कह चुकी है कि भोपाल के बड़े तालाब से लगे इलाकों की लाइनों पर चमगादड़ों के कारण फाल्ट हो रहा है, तो कभी गिलहरी से फाल्ट होता है।
विद्युत क्षेत्र में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस नीत सरकार की उपलब्धियों एवं सौगातों का जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार हर माह औसतन 150 यूनिट तक बिजली उपयोग करने वाले सभी घरेलू उपभोक्ताओं को हर माह 100 यूनिट बिजली एक रुपये प्रति यूनिट की दर से देगी। बाकी 101 से 150 यूनिट का चार्ज वर्तमान में प्रचलित बिजली की दरों के अनुसार लिया जाएगा। इससे 150 यूनिट खर्च करने वाले परिवार को प्रतिवर्ष 6,336 रुपये बचत की सौगात हमारी सरकार देने जा रही है।
उन्होंने साफ किया कि 150 यूनिट से अधिक बिजली खपत करने वाले घरेलू उपभोक्ताओं को वर्तमान में प्रचलित बिजली की दरों के अनुसार ही बिल का भुगतान करना होगा। उन्हें कोई रियायत नहीं दी जाएगी। सिंह ने कहा कि मध्य प्रदेश में कुल 1.15 करोड़ घरेलू बिजली उपभोक्ता हैं, जिसमें से 150 यूनिट बिजली खपत करने वाले एक करोड़ दो हजार उपभोक्ता हैं यानी इंदिरा गृह ज्योति योजना के तहत 90 प्रतिशत से अधिक घरेलू उपभोक्ता लाभान्वित होंगे।