इंदौर, मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में शहरी लोक परिवहन का एक नया अध्याय जुड़ गया है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शनिवार को 7,500.80 करोड़ रुपए की लागत वाली मेट्रो रेल परियोजना की नींव रखी।
रिमझिम बारिश और वैदिक मंत्रोच्चार के बीच संपन्न भूमिपूजन कार्यक्रम में कमलनाथ ने शहर के एमआर-10 रोड पर टोल नाके के पास इस बहुप्रतीक्षित परियोजना के निर्माण कार्य की औपचारिक शुरूआत की। इस कार्यक्रम में सूबे के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री जयवर्धन सिंह, मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, बाला बच्चन, तुलसी सिलावट, जीतू पटवारी तथा स्थानीय जन प्रतिनिधि मौजूद थे।
अधिकारियों ने बताया कि राज्य में आबादी के लिहाज से सबसे बड़े शहर में मेट्रो रेल परियोजना के तहत कुल 31.55 किलोमीटर लम्बा रिंग कॉरिडोर बनाया जाना प्रस्तावित है। मेट्रो रूट का अधिकांश हिस्सा एलिवेटेड (ऊंचे पिलरों पर टिका) होगा, जबकि कुछ भाग भूमिगत रहेगा यानी वहां सुरंग बनाकर रेल लाइन बिछाई जाएगी।
उन्होंने बताया कि मेट्रो रेल गलियारा नैनोद, भंवरासला चौराहा, रेडिसन चौराहा और बंगाली चौराहा से होते हुए गुजरेगा। इस मार्ग पर 29 स्टेशन बनाए जाने हैं। अधिकारियों ने बताया कि मेट्रो रेल परियोजना का काम चरणबद्ध तरीके से अगस्त 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है।
गौरतलब है कि इंदौर में मेट्रो रेल परियोजना का खाका सूबे की पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के कार्यकाल में तैयार किया गया था। लेकिन वित्तपोषण की समस्याओं के चलते इस परियोजना का निर्माण कार्य भाजपा शासनकाल में औपचारिक रूप से शुरू नहीं हो सका। पिछले साल नवंबर में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा को सीटों के नजदीकी अंतर से मात देते हुए कांग्रेस 15 साल के लम्बे अंतराल के बाद सूबे की सत्ता में लौटी। (भाषा)