भारत के इतिहास में 6 सितम्बर का दिन विशेष मायने रखता है, खासकर इसलिए क्योंकि पाकिस्तान के ऑपरेशन जिब्राल्टर का भारतीय सेना ने इसी दिन मुंहतोड़ जवाब दिया था। ऑपरेशन जिब्राल्टर पाकिस्तान की जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ करने की रणनीति का कूट नाम (कोड) था जो भारतीय शासन के खिलाफ विद्रोह शुरू करने के लिए किया गया था।
सफल होने पर, पाकिस्तान को कश्मीर पर नियंत्रण हासिल करने की उम्मीद थी लेकिन उसके लिए यह अभियान एक बड़ी विफलता साबित हुआ। इसके जवाब में छह सितंबर 1965 को भारतीय सैनिकों ने कार्वाई की। अंतत: युद्ध छिड़ा और उसमें भारत ने पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी।
देश दुनिया के इतिहास में छह सितंबर की तारीख में दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:-
- 1522 : समंदर के रास्ते पृथ्वी का पूरा चक्कर लगाने वाला पहला जहाज विक्टोरिया स्पेन लौटा।
- 1657 : मुगल शासक शाहजहां के अचानक बीमार पडऩे से उनके राज्य में कई जगह अलगाववादी आंदोलन शुरू हो गए।
- 1889 : शरत् चंद्र बोस का जन्म।
- 1901 : अमेरिका के 25वें राष्ट्रपति विलियम मैककिनले को न्यूयॉर्क में अराजकतावादी व्यक्ति ने गोली मारी। आठ दिन तक जीवन-मृत्यु के बीच संघर्ष करने के बाद उन्होंने दम तोड़ दिया।
- 1929 : जाने-माने भारतीय फिल्मकार यश जौहर का जन्म अविभाजित भारत के लाहौर में हुआ।
- 1965 : भारतीय सेना ने तीन जगहों से सीमा पार कर पश्चिमी पाकिस्तान पर हमला किया।
- 1970 : पॉपुलर फ्रंट फॉर द लिबरेशन ऑफ फलस्तीन ने यूरोप के हवाई अड्डों से चार विमानों का अपहरण किया। अपहरणकर्ता इन विमानों को जॉर्डन और मिस्र के हवाईअड्डों पर ले गए। बंधक बनाए गए 382 यात्रियों के बदले में उन्होंने स्विस जेल में बंद तीन लोगों को छोडऩे की मांग की।
- 1972 : हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत के दिग्गज प्रसिद्ध सरोद वादक उस्ताद अलाउद्दीन खान का निधन।
- 1990 : संसद से पारित हुआ प्रसार भारती विधेयक।
- 1991 :रूस के दूसरे सबसे बड़े शहर को कभी सेंट पीटर्सबर्ग, कभी पेत्रोग्राद तो कभी लेनिनग्राद नाम से पुकारे जाने के बाद उसका पुराना नाम सेंट पीटर्सबर्ग वापस मिला।
- 1997 : एक हफ़्ते तक अभूतपूर्व शोक मनाने के बाद वेल्स की राजकुमारी डायना को ब्रिटेन और दुनिया ने अंतिम विदाई दी।
- 1998 : मशहूर जापानी फिल्म निर्देशक अकीरा कुरासोवा का निधन।
- 2008 : भारत और अमेरिका के बीच परमाणु समझौते को परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह ने मंजूरी दी।
- 2018 : उच्चतम न्यायालय ने परस्पर सहमति से वयस्कों के बीच समलैंगिक यौन संबंधों को अपराध की श्रेणी से बाहर किया और इससे जुड़े ब्रिटिश काल के कानून को समानता के अधिकार का उल्लंघन बताया।