पेट्रोल 4.53 रुपये मंहगा होकर 78.90 पर पहुंचा, डीजल 4.43 रुपये बढ़कर 70.78 पहुंचा
कटनी, दैनिक मध्यप्रदेश
केन्द्र सरकार द्वारा कल पेश किये गये आम बजट के बाद पेट्रोलियम पदार्थ के मूल्यों में हुई वृद्घि ने हाहाकार की स्थिति निर्मित कर दी है। लोगों को उम्मीद थी कि सरकार बजट में उन्हें राहत देगी लेकिन हुआ उल्टा। पेट्रोल के मूल्य में 4.53 रुपये व डीजल में 4.43 रुपये की रिकार्ड वृद्घि होने से लोग तो निराश-परेशान हैं ही साथ ही मंहगाई में और बढ़ोत्तरी होने की आशंका से चिंतित है। आज से पेट्रोल पंपों में पेट्रोल 78.90 रुपये व डीजल 70.78 रुपये प्रति लीटर के दाम पर मिल रहा है।
गौरतलब है कि लोगों द्वारा प्रचंड बहुमत देकर मोदी सरकार को इस उम्मीद से सत्तारूढ़ कराया था कि वे बजट में मंहगाई कम कर लोगों को राहत प्रदान करेंगे लेकिन हुआ उल्टा। केन्द्र सरकार द्वारा बजट में पेट्रोल पर ढाई रुपये, डीजल पर 2.30 पैसे की वृद्घि विशेष एक्साइज ड्यूटी व रोड इन्फ्रास्ट्रक्चर सेस लगाकर की गयी। वहीं राज्य सरकार द्वारा भी शुल्क में वृद्घि किये जाने से यह स्थिति निर्मित हुई है।
पेट्रोल पंप पहुंचे तो रेट सुनकर चौंके
बताया जाता है कि सरकार की घोषणा के बाद कल रात्रि से ही पेट्रोल व डीजल में वृद्घि लागू हो गयी थी। आज सुबह जब वाहन चालक पेट्रोल डलवाने पंप पहुंचे तो नये रेट की जानकारी मिलने पर चौक पड़े क्योंकि मोदी सरकार के कार्यकाल में पिछले वर्षों के दौरान पेट्रोलियम पदार्थों के शुल्कों में इतनी वृद्घि वह भी एक साथ कभी नहीं हुई थी। चूंकि पेट्रोल जरूरी है अत: लोगों को बढ़े दाम चुकाने पर विवश होना पड़ा।
अब तक पैसों में बढ़ता था मूल्य
गौरतलब हो कि अंतरराष्ट्रीय तेल बाजार में कच्चे तेल के मूल्यों में वृद्घि के कारण पेट्रोलियम पदार्थों के मूल्यों में बढ़ोत्तरी होती थी। पेट्रोल-डीजल के मूल्यों में वृद्घि वैसे तो हमेशा होती आयी है लेकिन अब तक वह पैसों में होती थी लेकिन लोकसभा चुनाव के कारण एक-दो माहों से कीमतों में कोई उछाल नहीं आया था जिससे लोग राहत महसूस कर रहे थे लेकिन आज एक झटके में 4 रुपये से अधिक की वृद्घि कर दी गयी जिससे लोग हैरान हैं।
और बढ़ेगी मंहगाई
पेट्रोल व डीजल के मूल्यों में एक मुश्त चार रुपये से अधिक की हुई वृद्घि के कारण अब ट्रांसपोर्टरों द्वारा अपने भाड़े में वृद्घि की जायेगी वहीं यात्री बसों व आटो वाहनों का किराया भी बढ़ सकता है। इसके अलावा माल का परिवहन खर्च बढऩे के कारण दैनिक उपयोगी सामग्री के दामों में भी इजाफा होगा जिससे मंहगाई की मार झेल रहे लोगों की समस्याएं और बढ़ेंगी।
”राहत देने की बजाय भार बढ़ गया है। वैसे भी रेट कम नहीं थे लेकिन उसमें और वृद्घि कर दी गयी। इसका असर आम आदमी पर ही पहुंचा। जहां तक बसों के किराये में वृद्घि का सवाल है तो हम इस बारे में किराया बोर्ड से मांग करेंगे।” – सत्यप्रकाश मिश्रा अध्यक्ष बस ऑपरेटर एसोसिएशन
”पूरी सरकार पेट्रोल व डीज़ल के भरोसे ही चल रही है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रेट घटने पर देश में रेट नहीं घटते वृद्घि होने पर तुरंत इजाफा कर दिया जाता है। डीजल के मूल्य में वृद्घि से ट्रांसपोटिंग भाड़ा में वृद्घि होना तय है।” – बीएम तिवारी, अध्यक्ष ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन