प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुषमा स्वराज के निधन पर मंगलवार को गहरा दुख व्यक्त किया और कहा कि भारतीय राजनीति के एक गौरवशाली अध्याय का अंत हो गया। मोदी ने स्वराज के निधन को व्यक्तिगत क्षति बताया।
मोदी ने ट्वीट किया, असाधारण नेता के निधन से भारत शोकाकुल है। उन्होंने कहा कि वह भूल नहीं सकते कि कैसे पूर्व विदेश मंत्री बिना थके काम करती थीं। मोदी ने कहा, यहां तक कि जब उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं था तब भी वह अपने काम के साथ न्याय करने के लिए जो कर सकती थीं करती थीं और अपने मंत्राालय के मसलों से वाकिफ रहती थीं।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, भारतीय राजनीति में एक गौरवशाली अध्याय का अंत हो गया। भारत एक असाधारण नेता के निधन से शोकसंतप्त है, जिन्होंने जनसेवा और निर्धनों के जीवन में सुधार के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। सुषमा जी अपने आप में अलग थीं और करोड़ों लोगों के लिए प्रेरणास्रोत थीं।
मोदी ने स्वराज को असाधारण वक्ता और उत्कृष्ट सांसद बताया तथा कहा कि सभी राजनीतिक दलों के लोग उनकी प्रशंसा करते थे और उनका सम्मान करते थे। मोदी ने कहा, जब बात विचारधारा की आती थी अथवा भाजपा के हितों की आती थी तो वह किसी प्रकार का समझौता नहीं करती थीं, जिसे आगे ले जाने में उनका बहुत योगदान था।
उन्होंने कहा, एक उत्कृष्ट प्रशासक, सुषमा जी ने जो भी मंत्रालय संभाला, उसमें उच्च मानक स्थापित किए। उन्होंने विभिन्न देशों के साथ भारत के संबंधों को सुधारने में अहम भूमिका निभाई। एक मंत्री के तौर पर हमने उनका करुणामय पक्ष भी देखा जो विश्व के किसी भी कोने में परेशान भारतीय की मदद करता था।
उन्होंने कहा, सुषमा जी का निधन एक व्यक्तिगत क्षति है। भारत के लिए उन्होंने जो कुछ भी किया, उसके लिए उन्हें याद किया जाएगा। इस बेहद दुर्भाग्यपूर्ण वक्त में उनके परिवार,समर्थकों और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। ऊं शांति।
एम्स के चिकित्सकों ने कहा कि हृदय गति रुक जाने से स्वराज का निधन हो गया।