थाईलैंड में बचावकर्ताओं से लिपटकर खुद को बचाने की गुहार लगाने वाली बेबी डुगोंग तमाम कोशिशों के बावजूद जिंदगी की जंग हार गई। प्लास्टिक खाने से बीमार पड़ी बेबी डुगोंग की मौत हो गई है। बीमारी से संघर्ष करने के उसके जुझारू जज्बे ने लोगों का दिल जीत लिया और समुद्र में बढ़ते प्लास्टिक प्रदूषण पर लोगों का ध्यान आकर्षित किया।
मरियम नाम की डुगोंग कुछ महीने पहले दक्षिण-पश्चिमी थाईलैंड के तट पर बहकर आई थी और उसकी बचावकर्ताओं से लिपट जाने वाली तस्वीरें वायरल हो गई थीं। मरियम के बाद एक और अनाथ डुगोंग अब सुर्खियों में है। उसने थाईलैंड की राजकुमारी का ध्यान खींचा। राजकुमारी ने उसका नाम जमील रखा और उसकी गतिविधियों का चौबीसों घंटे सीधा प्रसारण हो रहा है।
डुगोंग एक मध्यम आकार का समुद्री स्तनधारी प्राणी है जो विश्व के कई भागों में तटीय क्षेत्रों में पाया जाता है। त्रांग प्रांत के समुद्री पार्क के प्रमुख चैयाप्रुक वेरावॉन्ग ने बताया कि मरियम को बचाने की काफी कोशिशें की गई लेकिन आधी रात को उसकी मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि उसकी मौत खून में संक्रमण से हो गई। उसकी आंत से प्लास्टिक का कचरा निकला। एक पशु चिकित्सक नांतारिका चान्सू ने फेसबुक पर पोस्ट किया, उसने हमें सिखाया कि प्यार कैसे किया जाता है और फिर चली गई जैसे कह रही हो कि सबको बताओ कि हमारी देखभाल करे और हमारी प्रजाति का संरक्षण करे।
चान्सू ने कहा कि मरियम की मौत से सीख लेने की जरूरत है। थाईलैंड में सुर्खिया बटोरने वाले डुगोंग ताजा समुद्री प्राणी हैं। थाईलैंड के प्लास्टिक प्रदूषण से ग्रस्त समुद्र जीवों को लिए खतरा बन गए हैं। डुगोंग को समुद्री गाय भी कहा जाता है। दोनों डुगोंग दक्षिणी थाईलैंड में मिले। यहां करीब 250 समुद्री गाएं हैं।
जमील नाम का मतलब सुंदर समुद्री राजकुमार है और उसकी फुकेत में अलग से देखभाल की जा रही है। समुद्री और तटीय संसाधन विभाग के फेसबुक पन्ने पर भी मरियम की मौत की घोषणा की गई है। इस पोस्ट पर देखते ही देखते 11,000 से अधिक शेयर और हजारों टिप्पणियां की गई। लोगों ने उसकी मौत पर शोक जताया। (एएफपी)