मयंक शतक जड़कर फॉर्म में लौटे, भारत के चार विकेट पर 221 रन

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मुंबई, (भाषा) सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल ने दबाव भरी परिस्थितियों में शानदार शतक जड़ा जिससे भारत ने शीर्ष क्रम के चरमराने के बावजूद शुक्रवार को यहां न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट के पहले दिन स्टंप तक चार विकेट पर 221 रन बनाये। बारिश के कारण पहले सत्र का खेल नहीं हो सका और खेल देर से शुरू हुआ। मयंक 120 रन बनाकर खेल रहे हैं। दूसरे छोर पर रिद्धिमान साहा 25 रन बनाकर डटे हैं।

अगली श्रृंखला (दक्षिण अफ्रीका में या फिर वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू) में रोहित शर्मा और केएल राहुल की वापसी के बाद मयंक को अंतिम एकादश में जगह मिलना मुश्किल होगा। लेकिन उन्होंने शतक जड़कर कोच राहुल द्रविड़ के लिये अच्छी सिरदर्दी बढ़ा दी है। उप कप्तान अजिंक्य रहाणे को हैमस्ट्रिंग चोट के कारण इस टेस्ट में नहीं खिलाया गया।

चेतेश्वर पुजारा की खराब फॉर्म जारी रही जबकि कप्तान विराट कोहली भी खाता खोले बिना आउट हो गये जिससे भारत का स्कोर तीन विकेट पर 80 रन हो गया था और टीम ने चौथा विकेट 160 रन पर गंवाया जिससे दबाव बढ़ रहा था।

शुरू में थोड़ा असहज रहने के बाद मयंक न्यूजीलैंड के बायें हाथ के स्पिनर एजाज पटेल (29 ओवर में 73 रन देकर चार विकेट) पर सीधे छक्का जड़कर लय में आ गये और टेस्ट क्रिकेट में अपनी चौथी शतकीय पारी के दौरान उन्होंने 14 चौके और चार छक्के लगाये।

न्यूजीलैंड के लिये पटेल सबसे सफल गेंदबाज रहे जिन्होंने दिन के चारों विकेट झटके। उन्होंने भारत का स्कोर बिना किसी नुकसान के 80 रन से तीन विकेट पर 80 रन कर दिया।

मयंक इंग्लैंड श्रृंखला के दौरान सलामी बल्लेबाज के तौर पर पहली पसंद थे लेकिन पहले मैच से पहले उनके सिर पर गेंद लगी और केएल राहुल ने इस मौके का पूरा फायदा उठाया।

विदेशों में टेस्ट सलामी बल्लेबाज के तौर पर रोहित का प्रदर्शन भी सर्वश्रेष्ठ रहा जिससे मयंक रिजर्व खिलाड़ियों की सूची में शामिल हो गये। लेकिन यह शतक जड़कर उनके सिर से बोझ कम हुआ होगा। उनकी और श्रेयस अय्यर (18) के बीच चौथे विकेट के लिये बनी 80 रन की साझेदारी के दौरान उन्होंने अपने जज्बे से प्रभावित किया। मंयक ने साहा के साथ अभी तक 61 रन की साझेदारी निभा ली है। न्यूजीलैंड ने उछाल भरी पिच पर नील वैगनर को नहीं खिलाकर गलती की।

मयंक की संयमित पारी के सामने शुभमन गिल की पारी आक्रामकता भरी रही। गिल (71 गेंद में 44 रन) आउट होने से पहले तेजी से रन जुटा रहे थे लेकिन मुंबई में जन्में पटेल ने उनके अलावा पुजारा और कोहली के लगातार विकेट झटक लिये। पुजारा और कोहली शून्य पर आउट हुए।

पटेल मुंबई में जन्में हैं। इंग्लैंड के कप्तान डगलस जारडाइन के बाद इस शहर में जन्में और भारत के खिलाफ खेलने वाले दूसरे क्रिकेटर हैं। पटेल ने अपनी लेंथ का चतुराई से इस्तेमाल किया और वानखेड़े की विशेषता अतिरिक्त उछाल का पूरा फायदा उठाया। पटेल ने गिल को बाहर खेलने के लिये उकसाया और विकेटकीपर टॉम ब्लंडेल ने उन्हें स्टंपिंग का प्रयास किया। पर अगली ही गेंद में पटेल ने शार्ट लेंथ गेंद फेंकी जो गिल के बल्ले के किनारे को छूकर स्लिप में खड़े रॉस टेलर के हाथों में समा गयी।

कई सारी विफलताओं के बाद पुजारा का आत्मविश्वास गिरा हुआ है और वह डीआरएस की अपील पर बचने के बाद पटेल का दूसरा शिकार बने। कप्तान कोहली ने पटेल की गेंद पर आगे बढ़कर रक्षात्मक स्ट्रोक खेलने की कोशिश की और अंपायर अनिल चौधरी ने उन्हें आउट दे दिया। भारतीय कप्तान ने तुरंत रिव्यू लेने का फैसला लिया।

रिप्ले में यह स्पष्ट नहीं हो रहा था कि गेंद पहले बल्ले पर लगी है या पैड पर। और नियमों के अनुसार टीवी अंपायर वीरेंद्र वर्मा को मैदानी साथी के फैसले को मानना पड़ा जिससे कोहली काफी नाराज दिख रहे थे। उन्होंने इस पर अंपायर नितिन मेनन से बात भी की और उनकी निराशा साफ देखी जा सकती थी। टीवी कैमरा में वह ड्रेसिंग रूम की बालकनी में खड़े हुए दिख रहे थे जिसमें वह फैसले से काफी निराश दिख रहे थे।

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