जबलपुर, (भाषा) मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए जारी उम्मीदवारों की पांचवीं सूची में नाम नहीं होने पर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से टिकट पाने के अकांक्षी उम्मीदवारों के समर्थकों ने शनिवार शाम जबलपुर में पार्टी कार्यालय में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव के सामने हंगामा किया।
पुलिस अधीक्षक ए.पी. सिंह ने बताया कि केंद्रीय मंत्री के अंगरक्षकों की शिकायत के आधार पर, लोक सेवक को उसके कर्तव्य के निर्वहन में बाधा डालने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि घटना में शामिल अन्य लोगों की पहचान की जा रही है।
सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो में, भीड़ को मध्य प्रदेश भाजपा चुनाव अभियान समिति के प्रभारी भूपेंद्र यादव के आसपास धक्का-मुक्की करते देखा जा सकता है, जबकि एक सुरक्षाकर्मी मंत्री की सुरक्षा करने की कोशिश करता दिख रहा है।
वीडियो में कुछ लोगों को सुरक्षा गार्ड की वर्दी पहने एक व्यक्ति पर प्रहार करते भी देखा गया, जिसने स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश करते हुए रिवॉल्वर निकालने की कोशिश की। भाजपा के 92 उम्मीदवारों की पांचवीं सूची जारी होने के तुरंत बाद, पार्टी कार्यालय में भाजपा कार्यकर्ताओं की यादव और राज्यसभा सदस्य कविता पाटीदार सहित वरिष्ठ नेताओं के साथ तीखी नोकझोंक हुई।
भाजपा के जिला अध्यक्ष (जबलपुर) प्रभात साहू से जब इस बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि जब विरोध-प्रदर्शन किया गया तब पार्टी के वरिष्ठ नेता कार्यालय में मौजूद थे और फैसला उन्हें ही करना है। राज्य में सत्तारूढ़ दल ने अब तक गुना और विदिशा सीट को छोड़कर, अगले महीने होने वाले चुनावों के लिए 230 में से 228 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है।
सूत्रों के मुताबिक, जबलपुर उत्तर से अभिलाष पांडे को टिकट देने की घोषणा के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया क्योंकि स्थानीय नेता उन्हें ‘बाहरी’ मानते हैं। भाजपा सूत्रों और नेताओं के मुताबिक, इसी तरह की घटनाएं अन्य जगहों पर भी हुईं। अन्य निर्वाचन क्षेत्रों से भाजपा के टिकट से वंचित कुछ नेताओं के समर्थकों ने भी प्रदर्शन किया।
ग्वालियर में पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल के समर्थकों ने बारादरी क्षेत्र में सड़क जाम कर प्रदर्शन किया। टिकट न मिलने पर, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के करीबी रिश्तेदार एवं पूर्व मंत्री और मौजूदा विधायक अनूप मिश्रा ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं का गुस्सा 17 नवंबर के चुनाव में पार्टी की संभावनाओं को नुकसान पहुंचा सकता है। मिश्रा ने कहा, ‘अगर पार्टी कार्यकर्ता भाजपा के पक्ष में प्रचार करते हैं तो इससे पार्टी को मदद मिलेगी।’ उन्होंने जोर देकर कहा कि वह पार्टी के एक प्रतिबद्ध सिपाही हैं।
कांग्रेस ने भाजपा में टिकट बंटवारे पर हंगामे को लेकर मद्देनजर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधा। प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष के.के. मिश्रा ने कहा कि चौहान टिकट वितरण को लेकर विपक्षी पार्टी पर निशाना साध रहे थे, लेकिन इसके विपरीत, भाजपा के चुनाव प्रभारी यादव को पार्टी कार्यकर्ताओं के गुस्से का सामना करना पड़ा। उन्होंने जबलपुर की घटना का एक वीडियो साझा करते हुए दावा किया कि यहां तक कि यादव के सुरक्षा गार्ड की भी दूसरों ने सुरक्षा की। मिश्रा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘चौहान को भाजपा की टिकट की कीमत बतानी चाहिए।”
देवास जिले के खातेगांव में लोगों के एक समूह द्वारा हाल में कांग्रेस में शामिल हुए भाजपा नेता दीपक जोशी के वाहन को रोकने और हमला करने का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आया। प्रदर्शनकारियों ने वाहनों की खिड़कियां तोड़ दीं और कांग्रेस से जोशी की उम्मीदवारी का विरोध करते हुए काले झंडे दिखाए। जोशी ने ट्वीट कर संकेत दिया कि इस घटना के पीछे कांग्रेस नेताओं का हाथ है।