देश बृहस्पतिवार को 73वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है और इस जश्न को हर्षाेल्लास एवं शांति से संपन्न करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी सहित सभी राज्यों की राजधानियों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। दिल्ली पुलिस लाल किले की सुरक्षा के लिए चेहरा पहचानने वाले सॉफ्टवेयर से लैस कैमरों का पहली बार इस्तेमाल कर रही है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर दिल्ली में लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को हटाए जाने के फैसले और पाकिस्तान के साथ तनाव के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में बहुस्तरीय सुरक्षा की व्यवस्था की गई है। इसके तहत स्वाट कमांडो और एनएसजी स्नाइपर्स की भी तैनाती की गई है। सेना, अर्द्धसैनिक बलों और दिल्ली पुलिस के 20 हजार जवानों को तैनात किया गया है।
ऐतिहासिक लालकिले के आसपास संदिग्धों की पहचान करने के लिए, पुलिस चेहरे की पहचान करने वाली तकनीकयुक्त कैमरों का उपयोग कर रही है। आसमान को सुरक्षित करने के लिए एंटी-ड्रोन डिटेक्शन सिस्टम तैनात किए गए हैं। कार्यक्रम स्थल के चारों ओर लगभग 500 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जहां प्रधानमंत्री को सुनने के लिए मंत्री, नौकरशाह, विदेशी गणमान्य व्यक्ति और आम लोग इकट्ठा हुए हैं।
लाल किले की ओर जाने वाली सड़कों की निगरानी की जा रही हैं और पुलिसकर्मी दिल्ली के उत्तर और मध्य जिलों में वाहनों की जांच के लिए प्रशिक्षित खोजी कुत्तों की मदद ले रहे हैं। पुलिस उपायुक्त (उत्तर) नूपुर प्रसाद ने कहा, लाल किला आने वाले सभी लोगों की सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं। प्रसाद ने बताया कि विशेष नियंत्रण कक्षों से निगरानी और सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय किया जा रहा है। पंजाब और हरियाणा में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। महत्वपूर्ण स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और राज्य की सीमा पर वाहनों की सघन जांच की जा रही है। केंद्र प्रशासित क्षेत्र चंडीगढ़ में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। चंडीगढ़ दोनों राज्यों की संयुक्त राजधानी है।
अधिकारियों ने बताया कि 15 अगस्त के आयोजन स्थलों पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। चंडीगढ़, लुधियाना, अमृतसर, पानीपत, अंबाला सहित सभी महत्वपूर्ण स्टेशनों तथा अंतर राज्ईय बस टर्मिनल और अन्य स्थानों के इर्द गिर्द सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सीमाई क्षेत्रों में भी सुरक्षा की समुचित व्यवस्था की गई है।
जम्मू से मिली खबर के मुताबिक, स्वतंत्रता दिवस समारोहों के पहले सेना और बीएसएफ, भारत-पाकिस्तान सीमा के आसपास कड़ी चौकसी बरत रही हैं। जम्मू क्षेत्र में ज्यादातर जिलों में पुलिस पूरी सतर्कता बरत रही है और जम्मू शहर में जांच तेज कर दी गई है। अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किए जाने और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में बांटे जाने के फैसले के बाद यह पहला स्वतंत्रता दिवस है।
राज्य के गृह विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जम्मू कश्मीर को लेकर केंद्र के फैसले को ध्यान में रखते हुए राज्य में खास सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। एक आईएएस अधिकारी ने बताया कि केंद्र सरकार से अलर्ट मिला है और स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए हम विशेष सुरक्षा इंतजाम कर रहे हैं। राज्य के अन्य सभी हिस्से में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई है।
एक अधिकारी ने बताया कि 15 अगस्त के मद्देनजर नियंत्रण रेखा के आसपास सेना अलर्ट है और कड़ी चौकसी बरती जा रही है। इसी तरह अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास, खास कर संवेदनशील क्षेत्रों में बीएसएफ कड़ी निगरानी कर रहा है। किसी भी अप्रिय घटना को टालने के लिए सीमाई राज्य में सुरक्षा के असाधारण इंतजाम किए गए हैं।
मुंबई से मिली खबर के अनुसार, स्वतंत्रता दिवस समारोह के मद्देनजर 40,000 से ज्यादा पुलिसकर्मी आर्थिक राजधानी की पहरेदारी कर रहे हैं। महाराष्ट्र में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए एक सामान्य अलर्ट जारी किया गया है। पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी है। मुंबई पुलिस के एक प्रवक्ता ने बुधवार को बताया कि शहर और उपनगर में कम से कम 40,000 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है।
पश्चिम बंगाल में भी सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद की गई है। स्वतंत्रता दिवस समारोह के पहले कोलकाता और आसपास के क्षेत्रों के अलावा राज्य के जिलों में सुरक्षा बढ़ाई गई है। कोलकाता पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए व्यापक सुरक्षा इंतजाम के अलावा महानगर के सभी प्रवेश और निकास स्थलों पर कड़ी निगरानी की जा रही है। (भाषा)