नई दिल्ली, 25 मार्च कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि देश में कोरोना वायरस के संकट के कारण किसानों , मजदूरों और गरीबों के सामने पैदा हुई मुश्किल को दूर करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राहुल गांधी द्वारा पेश की की गई न्यूनतम आय गारंटी योजर्ना न्याई लागू करके लोगों के खातों में तत्काल 7,500 रुपए की राशि भेजनी चाहिए।
दरअसल, ठीक एक साल पहले, पिछले लोकसभा चुनाव के समय तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 25 मार्च को न्याय का वादा किया था। इसके तहत देश के करीब पांच करोड़ गरीब परिवारों को सालाना 72 हजार रुपए देने का वादा किया गया था। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री के राष्ट्र के नाम संबोधन का उल्लेख करते हुए ट्वीट किया,आदरणीय मोदी जी, देश तो लॉकडाउन का हर आग्रहमानेगा। पर आपने कोरोना की महामारी को रोकने के लिए क्या किया? स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा कैसे होगी? कोरोना से पैदा हुए रोज़ी रोटी के महासंकट का क्या हल किया?गऱीब, मज़दूर, किसान, दुकानदार, दिहाड़ीदार के 21 दिन कैसे कटेंगे?
उन्होंने सवाल किया, मोदी जी, कोरोना संकट से लडऩे के लिए डॉक्टर-नर्स-स्वास्थ्य कर्मियों को लैस करना ज़रूरी है पर उनके लिए एन-95 मास्क, 3 प्लाई मास्क, हैज़्मैट सूट उपलब्ध क्यों नही है ? देश को मार्च में ही 7.25 लाख बॉडी सूट, 60 लाख एन-95 मास्क,। करोड़ 3 प्लाई मास्क की ज़रूरत है। ए कब मिलेंगे?
सुरजेवाला ने यह भी पूछा, कोरोना वायस के प्रसार के 84 दिन बाद आपकी सरकार ने आज 24 मार्च को वेंटिलेटर, सांस लेने के उपकरणों व हैंड सैनिटाइजर के निर्यात पर रोक लगाई है। कोरोना संक्रमण से लडऩे के लिए यही आपकी तैयारी है? अब जागे तो क्या जागे? उन्होंने कहा, आज सर्वाधिक ज़रूरत राहुल गांधी और कांग्रेस द्वारा सुझई गई न्यूनतम आय योजना को तत्काल लागू करने की है और यही वक़्त की मांग भी है। हर जन-धन खाते, प्रधानमंत्री किसान खाते व पेन्शन खाते में 7,500 रुपए तुरन्त जमा करवाएं ताकि गऱीब लोग इन 21 दिनों में दो जून की रोटी खा सकें। जान है तो जहान है।
कांग्रेस नेता ने कहा, देश कोरोना वायरस से लड़ेगा भी और इसे हराएगा भी। पूरा देश आपकी सरकार की घोषणा के साथ है लेकिन उपायों से पूरी तरह निराश है। कठिन पल नेतृत्व की अग्निपरीक्षा लेते हैं। अफ़सोस …. आपकी सरकार इसके लिए तैयार नहीं है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश के लोगों से कोरोना वायरस की गंभीरता को समझ्ने और घरों में रहने की अपील करते हुए मंगलवार को 21 दिनों के राष्ट्रव्यापीलॉकडाउन की घोषणा की थी। (भाषा)