नई दिल्ली, 2 अप्रैल (भाषा) मूडीज इंवेस्टर्स सर्विस ने गुरुवार को भारतीय बैंकों के परिदृश्य को स्थिर से बदलकर नकारात्मक कर दिया है। मूडीज ने कहा है कि कोरोना वायरस महामारी के चलते आर्थिक गतिविधियों के बाधित हो जाने के कारण बैंकों की परिसंपत्तियों की गुणवत्ता में गिरावट होने का अनुमान है। मूडीज ने कहा कि ये गिरावट कॉरपोरेट, छोटे एवं मझेले उद्योग और खुदरा खंड में होगी, और इसका असर बैंकों के मुनाफे और पूंजी पर पड़ेगा।
मूडीज ने कहा, हमने भारतीय बैंकिंग प्रणाली के परिदृश्य को स्थिर से बदलकर नकारात्मक कर दिया है। कोरोना वायरस महामारी से आर्थिक गतिविधियों के बाधित होने से भारत की आर्थिक वृद्धि में कमी होगी। मूडीज ने कहा कि आर्थिक गतिविधियों में तेज गिरावट और बेरोजगारी बढऩे से आम आदमी और कॉरपोरेट की माली हालत खराब होगी, जिसके चलते बैंकों पर दबाव बढ़ेगा।
इसमें कहा गया है कि गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों में दिवालियापन के बढ़ते दबावों से बैंकों की परिसंपत्तियों की गुणवत्ता भी प्रभावित होगी, क्योंकि बैंकों ने इन्हें काफी पैसा दे रखा है। मूडीज ने कहा है कि इससे मुनाफे और ऋण वृद्धि में कमी आने का अनुमान है।