कोलकाता, तीन अप्रैर्ल भाषाी भारतीय स्टेट बैंक ने अपने कर्मचारियों को चेतावनी दी है कि अगर वे सोशल मीडिया में कोरोना वायरस महामारी के दौरान बैंक के कामकाज को लेकर कोई विपरीत पोस्ट करेंगे, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सूत्रों ने शुक्रवार को कहा कि हाल ही में सभी अंचलों के मुख्य महाप्रबंधकों को लिखे पत्र में एसबीआई ने कहा है कि उन कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, जो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बैंक, उसके प्रबंधन और नीतियों को बाधित करने वाले पोस्ट कर रहे हैं।
सूत्रों ने एक परिपत्र के हवाले से कहा, “हमने बैंक की शाखाओं और कार्यालयों के कामकाज से संबंधित सोशल मीडिया पोस्टों में बढ़ोतरी देखी है… कई ऐसी पोस्ट हैं जिनमें कोविड-19 महामारी के संदर्भ में बैंक का परिचालन बंद नहीं करने पर आलोचना की गई है, और जहां से महत्वपूर्ण समय में बैंक की भूमिका की बहुत कम सराहना की गई है।” उन्होंने कहा कि बैंक ने पहले ही पश्चिम बंगाल स्थित अपने दो कर्मचारियों के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई शुरू कर दी है। इस कदम की एसबीआई कर्मचारियों के एक बड़े वर्ग ने आलोचना की है और इसे अभिव्यक्ति की आजादी को दबाने की कोशिश बताया।
यूनाइटेड फोरम ऑफ़ बैंक यूनियंर्स यूएफबीयू के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि कोरोना वायरस संकट के बीच एसबीआई एकमात्र सा बैंक है, जिसने इस तरह का परिपत्र जारी किया है। इस बारे में संपर्क करने पर कोलकाता अंचल के एसबीआई के मुख्य महाप्रबंधक रंजन कुमार मिश्रा ने कहा कि बैंक की एक सोशल मीडिया नीति है, जिसका पालन करने की प्रत्एक कर्मचारी से अपेक्षा की जाती है, सा नहीं करने पर कार्रवाई की जा सकती है। उन्होंने कहा कि हर कोई कोविड-19 के बारे में सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के लिए स्वतंत्र है, लेकिन अगर इस तरह की पोस्ट से बैंक की छवि धूमिल होती है, तो जांच के बाद अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है।