KATNI : जबलपुर में पकड़े गये बांग्लादेशी गिरोह ने डाली थी कटनी में डकैती ?

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कटनी , दैनिक मध्यप्रदेश

दुबे कालोनी में गत दिवस आर्किटक्ट इंजीनियर शैलेश विश्वकर्मा के निवास पर पड़ी डकैती के आरोपियों को जबलपुर में पकड़ लिया गया है। ये सभी बांग्लादेशी हैं और जबलपुर में पुल नं. एक स्थित गोकुलदास धर्मशाला में रुके थे। उनके पास से डकैती की रकम व जेवर भी बरामद कर लिये जाने की खबर है।


दुबे कालोनी में डकैती करने के बाद 10 लोगों का यह समूह पीछे महर्षि स्कूल के रास्ते से रेल्वे स्टेशन होकर निकला था। महर्षि स्कूल के पास मिली कोल्डड्रिंक की आधी खाली बोतल और फिर स्टेशन पर लगे सीसीटीवी फुटेज में यह बात सामने आने के बाद, पुलिस ने यह मान लिया था कि गैंग बाहरी ही है जिसने यह वारदात की है।

वारदात को अंजाम देने के बाद रेलवे स्टेशन के CCTV में कैद हुए थे आरोपी


बाद में जबलपुर स्टेशन पर कैमरे के फुटेज देखने के बाद क्राइम ब्रांच और साइबर सेल की टीम सक्रिय हुई और जबलपुर पुलिस इनकी तलाश में लग गई। कटनी के सीसीटीवी फुटेज से जबलपुर स्टेशन के फुटेज मिलान करने के बाद यह सिद्घ हो गया कि सुबह 5.30 पर ट्रेन पकड़ कर ये लोग जबलपुर गये हैं। बस पुलिस ने इनकी तेजी से खोजबीन शुरू कर दी और आसपास की सभी होटल, धर्मशालाओं, सराय की चैकिंग की गई।

कटनी पुलिस भी पहुंची

संदेही बांग्लादेशियों के पकड़े जाने के बाद कटनी की टीम भी जबलपुर पहुंच गई है। गहन पूछताछ और तथ्य जुटाने का काम जारी है। संभावना है कि आज शाम तक पुलिस पूरे मामले का खुलासा करने में कामयाब हो जायेगी।

बंगाली लहजे की बातचीत से जुड़े सूत्र

उल्लेखनीय है कि गृहस्वामी इंजीनियर शैलेश विश्वकर्मा ने पुलिस को बताया था कि डकैती डालते समय उसके मुखिया की बातचीत का लहजा बंगाली लग रहा था। हालांकि 2-3 बदमाशों ने ही बातचीत की बाकी सभी चुप रहे।

जबलपुर में पहले कर चुके हैं वारदात

पुलिस ने दुबे कालोनी की डकैती के बाद जब सूत्र जुटाने शुरू किये तो पता चला कि कुछ माह पूर्व जबलपुर के एक अग्रवाल परिवार में इसी तरह की घटना को अंजाम दिया गया था, उसके बाद से पुलिस ने अपना ध्यान जबलपुर की ओर केन्द्रित किया था।

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