मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सीएमएचओ प्रवीण जड़िया ने शनिवार को बताया कि कोविड-19 से संक्रमित पाई गईं दो महिलाओं ने जिले के अलग-अलग अस्पतालों में पिछले छह दिन के दौरान आखिरी सांस ली। दोनों महिलाओं की उम्र 55-55 वर्ष की थी। उन्होंने बताया कि इनमें से एक महिला गंभीर एनीमिया की पुरानी बीमारी से पीड़ित थी, जबकि दूसरी महिला उच्च रक्तचाप और मधुमेह से पहले ही जूझ् रही थी।
सीएमएचओ ने बताया कि रेड जोन में शामिल जिले में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस के 32 और मरीज मिलने के बाद इस महामारी की जद में आए लोगों की तादाद 1,513 से बढ़कर 1,545 पर पहुंच गई है। इनमें से 250 से ज्यादा मरीजों को इलाज के बाद संक्रमणमुक्त होने पर अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है।
ताजा आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि शनिवार सुबह की स्थिति में जिले में कोविड-19 के मरीजों की मृत्यु दर 4.79 प्रतिशत थी। हालांकि, पिछले 23 दिन के दौरान इसमें बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। इंदौर में कोरोना वायरस का पहला मरीज मिलने के बाद से प्रशासन ने 25 मार्च से शहरी सीमा में कर्फ्यू लगा रखा है, जबकि जिले के अन्य स्थानों पर सख्त लॉकडाउन लागू है।