कटनी, दैनिक मध्यप्रदेश
जैसा कि मौसम का पूर्वानुमान था आखिरकार कल रात से बारिश का दौर शुरू हो गया। आज दिन भी रूक रूककर बारिश होती रही। रात्रि से बारिश का दौर शुरू होने से जहॉं लोगों को गर्मी उमस से फिलहाल राहत मिली वहीं ग्रामीण अंचलों में बोनी का शेष कार्य शुरू हो गया। जिले के एक लाख 14 हजार हेक्टेयर में धान की बोनी के लक्ष्य की तुलना में 70 फीसदी बोनी हो चुकी जिसे कल रात से हो रही वर्षा के कारण नवजीवन मिल गया।
गौरतलब हो कि इस वर्ष मानसून का आगमन विलंब से हुआ था और जुलाई माह में ही एक दो दिन के अंतराल में वर्षा हुई लेकिन 15 जुलाई के बाद बारिश न होने से तापमान व उमस में वृद्घि होने लगी थी। चूंकि खरीफ मौसम की मुख्य फसल धान के लिये पानी की जरूरत थी अत: वर्षा न होने से बोनी का कार्य जहां ठप्प हो गया था वहीं जिन्होंने जुलाई के प्रथम सप्ताह में बोनी कर ली थी या तैयार किये थे वे वहां न होने से काफी चिंतित थे।
लो प्रेशर बना तो बारिश
मौसम केंद्र भोपाल के अनुसार वर्षा न होने के कारण लो प्रेशर का अभाव था अब चूंकि प्रेशर बना है अत: कल रात से प्रदेश के अधिकांश जिलों में बारिश का दौर पुन: शुरू हो गया है जो कि आगामी 3-4 दिनों तक जारी रहने की संभावना है। मौसम वैज्ञानियों का कहना है कि जुलाई माह में कम से कम 14 दिन बारिश होना चाहिए जिसकी अवधि बारिश शुरू होने से कम से कम 3 दिन होना चाहिए लेकिन देखा गया कि इस बार तीन-चार दिन बारिश होने के बाद 12-13 दिन का अंतराल आया और अब 23 जुलाई से बारिश का दौर शुरू हो चुका है जिससे जबलपुर संभाग के कुछ जिलों में 2-3 दिन तो कहीं 4-5 दिन बारिश हो सकती है।
45.3 एम.एम. वर्षा
कल रात से आज सुबह तक जिले में 45.3 मि.मी. वर्षा रिकार्ड हुई। आज की वर्षा मिलाकर जिले में एक जून से अब तक 321.7 मि.मी. वर्षा हो चुकी है जबकि पिछले वर्ष इस अवधि तक 338.6 मि.मी. वर्षा हुई थी। भू अभिलेख कार्यालय के अनुसार कटनी में 41 मि.मी., रीठी में 13, बड़वारा में 67, बरही में 62, विजयराघवगढ़ में 30, बहोरीबंद में 28.1 एवं ढीमरखेड़ा में 90 मि.मी. वर्षा रिकार्ड की गयी।
उमरिया पान-ढीमरखेड़ा मार्ग रहा घंटो बंद
कल रात से हो रही बारिश के कारण उमरिया पान-ढीमरखेड़ा मार्ग पर स्थित पुलिया के ऊपर से पानी बहने के कारण आज सुबह से आवागमन बंद था और दोनों ओर वाहनों की कतार लगी थी। कुछ लोग रास्ता बदलकर आवागमन करते देखे गये। हमारे प्रतिनिधि द्वारा दी जानकारी के अनुसा चूकिं सुबह से बारिश नहीं हो रही अत: गर्राधार पुलिया पर पानी घटने से सुबह 9 बजे से आवागमन प्रारम्भ हो गया। वहीं कटकहरी नही का भी जलस्तर कल की बारिश के कारण बढ़ गया था अत: उमरिया पान-सिहोरा मार्ग पर आवागमन सुबह साढ़े 9 बजे चालु हो पाया। लबेर नदी के भी जलस्तर में वृद्घि व पुल पर पानी आने से सिहोरा-कैलवारा मार्ग पर बंद आवागमन सुबह 10 बजे खुला। नदियों के जल स्तर में वृद्घि की सूचना मिलते धारों के आसपास पुलिस कर्मी तैनात थे जो लोगों को आवागमन से रोक रहे थे।
गायत्री नगर पुलिया में भी पानी भरा
कल रात से हो रही बारिश के कारण जहां नगर की कई सड़कों पर पानी भरा नजर आया वहीं गायत्री नगर पुलिया में पानी भरे रहने के कारण सुबह कुछ देर तक आवागमन बंद। ऐसी ही कुछ स्थिति मंगलनगर पुलिया की भी बतायी गयी है। बारिश होने से जिन स्थानों पर निर्माण कार्य चल रहे है वहीं आसपास रहने वाले लोगों को भारी दिक्कत कर सामना करना पड़ रहा है। कुठला क्षेत्र में सूर्या होटल के पास से कोहरी नदी तक नाला निर्माण पूर्ण न होने व दुकानों के सामने मिट्ïटी का ढेर लगे रहने के कारण दुकानदार परेशान हो नगर निगम को कोस रहे है जो ठेकेदार से बारिश से पूर्व नाला बनवाने में असमर्थ रहा।