कटनी, दैनिक मध्यप्रदेश
शताब्दी पुराने कटनी नदी पुल पर दो दिन रात्रि 12 बजे से सुबह 5 बजे तक आवागमन पूर्णत: बंद रहेगा। बाइक, कार सहित सभी वाहन प्रतिबंधित रहेंगे तथा पैदल रास्ता भी बंद कर दिया जायेगा। पुराने पुल पर ठेकेदार की कांक्रीट मिक्सर आदि खड़े किये जायेंगे। यह निर्णय 11 व 12 जुलाई को ठेकेदार द्वारा न ये पुल के स्लैब ढलाई का कार्य किये जाने के कारण लिया गया है। आज सेतु निगम के अधिकारी, ठेकेदार व कोतवाली थाना प्रभारी व यातायात थाना प्रभारी ने निर्माणाधीन पुल पर चल रहे कार्य का निरीक्षण करते उक्त जानकारी दी।सेतु निगम के एस डी ओ योगेश वत्सल ने देते हुए बताया कि बारिश के कारण जमीन गीली होने के कारण ढलाई करने वाली बड़ी मशीन निर्माण वाले हिस्से में नहीं खड़ी हो पायेगी। इस वजह से सेतु निगम द्वारा ठेकेदार की मांग पर यह निर्णय लिया है कि निर्माण स्थल पर ढलाई के लिये भारी भरकम मशीन पुराने पुल पर लगायी जायेगी। कार्य के लिये 11 व 12 जुलाई को रात्रि 12 से सुबह 5 बजे तक पुल से आवागमन पूरी तरह बंद रखना जरूरी है। निगम अधिकारियों द्वारा इस बारे में कलेक्टर व एस.पी. से चर्चा करने व दो दिन रात्रि के समय पुल पर आवागमन बंद रखने की अनुमति देने के बाद यह जानकारी दी।
बायपास होकर जायेंगे वाहन
गौरतलब हो कि प्रशासन द्वारा भले ही कटनी नदी पर बने पुराने पुल से भारी वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया गया हो लेकिन अभी रात्रि में नो एंट्री खुलने के बाद भारी वाहन ना केवल पुल से गुजरते है बल्कि शहर के अंदर प्रवेश करते है। यही कारण है कि निर्माण कार्य के दौरान दो दिन दस घंटे का मेगा ब्लाक लगाया जा रहा है। इस स्थिति में दो दिनों तक रात्रि में वाहन बायपास होते नगर में प्रवेश करेंगे।
70 टन वजन झेल सकेगा नया पुल
स्थल पर अधिकारियों के साथ मौजूद चर्चित ठेकेदार राम सज्जन, सेतु निगम के श्रीवास्तव व सब इंजीनियर राजेश खरे ने मीडिया को बताया कि नया पुल मजबूत रहेगा कि उसमें 70 टन वजन सहने की क्षमता रहेगी। वैसे भी नये फ्लाई ओव्हर ब्रिज का निर्माण पूर्ण होने पर कटनी नदी पुल पर यातायात का दबाव बढ़ेगा लेकिन निर्माण एजेंसी व सेतु निगम नये पुल की मजबूती को लेकर पूर्णत: आश्वस्त दिख रहे हैं।
पुराने तरीके से कार्य पर लोग चकित
इन दिनों पुल-पुलिया के निर्माण में ठेकेदारों द्वारा नये तरीके का उपयोग किया जा रहा है जिसमें निर्मित हिस्से को क्रेनों द्वारा उठाकर रख दिया जाता है लेकिन कटनी नदी पर 11 वर्षों से बन रहे नये पुल के निर्माण में पुराने तरीके का इस्तेमाल किये जाने से लोग हैरान है पर अधिकारियों का कहना है कि पुराने तरीके से निर्माण होने पर उसमें मजबूती रहती है विदित हो कि कटनी नदी पर नये पुल का निर्माण वर्ष 2008 से चल रहा है और बीच-बीच में अवरोधों के बाद काम बंद होने से यह 11 वर्ष बाद भी पूर्ण नहीं हो पाया है। सेतु निगम के श्री खरे ने बताया कि जब पुल के दूसरे छोर पर ढलाई कार्य होगा तब पुल पर आवागमन बंद करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। क्योंकि दूसरे छोर पर जमीन पर मशीन लगाने में कोई दिक्कत नहीं आयेगी। पुल पर आवागमन बंद रखने के लिये ना केवल नाको पर पुलिस व यातायात कर्मी तैनात रहेंगे बल्कि आने जाने वाहनों को रोकेंगे।