
नयी दिल्ली (भाषा) घरेलू वाहन विनिर्माता टाटा मोटर्स ने अगले चार वित्त वर्षों में 30 उत्पाद गतिविधियों पर 33,000 करोड़ रुपये से लेकर 35,000 करोड़ रुपये तक का निवेश करने की योजना बनाई है। इस दौरान सात नए मॉडल भी पेश करने की तैयारी है।
टाटा समूह की कंपनी अपने यात्री वाहन पोर्टफोलियो में उन्नत प्रौद्योगिकी और इंजन प्रणाली लाने पर भी निवेश करने की योजना बना रही है।
टाटा मोटर्स वित्त वर्ष 2026-27 तक 16 प्रतिशत (ईवी सहित) और अगले दो-तीन वर्षों में लगभग 18-20 प्रतिशत की बाजार हिस्सेदारी की उम्मीद कर रही है।
कंपनी ने विश्लेषकों के समक्ष एक प्रस्तुति में उम्मीद जताई कि घरेलू यात्री वाहन उद्योग वर्ष 2030 तक सालाना 60 लाख इकाई तक बढ़ जाएगा।
कंपनी ने कहा, ‘‘हम वित्त वर्ष 2029-30 तक अपने पोर्टफोलियो को मजबूत करेंगे। इसमें सात नए उत्पाद और 23 उत्पादों के नए संस्करण शामिल होंगे।’’
टाटा मोटर्स ने कहा कि वित्त वर्ष 2025-26 से लेकर 2029-30 के दौरान 33,000 करोड़ रुपये से लेकर 35,000 करोड़ रुपये तक का पूंजीगत व्यय किया जाएगा। इसका इस्तेमाल अभिनव उत्पादों, सॉफ्टवेयर-संचालित वाहनों (एसडीवी), उन्नत प्रौद्योगिकियों और इंजन प्रणाली पर किया जाएगा।
कंपनी ने कहा कि यात्री वाहन खंड में वह नए और विस्तृत पोर्टफोलियो के साथ मजबूत वृद्धि हासिल करना चाहती है। इसके लिए वह बिक्री बढ़ाने के साथ ही अपने सर्विस नेटवर्क पर भी विशेष ध्यान देगी।
इसके अलावा इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) खंड में अपनी अग्रणी स्थिति को बनाए रखना भी कंपनी की प्राथमिकता में होगा। टाटा मोटर्स को उम्मीद है कि 2030 तक कुल यात्री वाहन बाजार में ईवी की हिस्सेदारी बढ़कर 30 प्रतिशत तक हो जाएगी।