
शिलांग (भाषा) मेघालय के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आई नोंगरांग ने बुधवार को बताया कि राजा रघुवंशी और उसकी पत्नी सोनम के लापता होने से पहले दंपति ने अपना सूटकेस सोहरा के एक ‘होमस्टे’ में छोड़ दिया था और सूटकेस में मिले मंगलसूत्र एवं अंगूठी से जांचकर्ताओं को हनीमून हत्याकांड को सुलझाने में मदद मिली।
डीजीपी नोंगरांग ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘हमने सोनम का मंगलसूत्र और अंगूठी उस सूटकेस से बरामद किया, जिसे दंपति ने सोहरा के एक ‘होमस्टे’ में छोड़ दिया था। विवाहित महिला द्वारा इन आभूषणों को छोड़ने के कारण हमें इस मामले में उस पर संदिग्ध के रूप में नजर रखने के लिए एक सुराग मिला।’’
मंगलसूत्र विवाहित हिंदू महिलाओं द्वारा गले में पहना जाने वाला एक आभूषण होता है, जिसे उनके पति के साथ उनके बंधन का प्रतीक माना जाता है।
जांच का हिस्सा रहे एक अन्य पुलिस अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि राजा और सोनम 22 मई को सोहरा के जिस ‘होमस्टे’ में गए थे, वहां उन्होंने पहले से बुकिंग नहीं कराई थी, जिसके चलते उन्हें वहां कोई कमरा नहीं मिला।
अधिकारी ने बताया कि दंपति को ‘डबल डेकर रूट ब्रिज’ देखने के लिए नोंग्रियात गांव तक 3,000 से ज्यादा सीढ़ियां चढ़कर जाने में दिक्कत होती, इसलिए उन्होंने अपना सूटकेस ‘होमस्टे’ में ही रखने का फैसला किया।
उन्होंने बताया कि दंपति का सूटकेस सोहरा के ‘होमस्टे’ में ही था, लेकिन उन्होंने नोंग्रियात के एक ‘होमस्टे’ में रात बिताई और 23 मई को वहां से निकले।
अधिकारी ने बताया कि वे वापस सोहरा आए, पार्किंग से अपना स्कूटर लिया और वेइसाडोंग जलप्रपात गए, जहां राजा की तीन हमलावरों ने उसकी पत्नी के सामने कथित रूप से हत्या कर दी।
‘पीटीआई-भाषा’ ने शनिवार को खबर दी थी कि एक पर्यटक गाइड ने दंपति को उस समय तीन हिंदी भाषी लोगों के साथ देखा था, जब वे नोंग्रियात से सोहरा वापस आ रहे थे।
पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘आरोपियों ने अपराध स्वीकार कर लिया है। पर्याप्त सबूतों के कारण इनकार करने की कोई गुंजाइश नहीं है।’’
शिलांग की एक अदालत ने सोनम, उसके कथित प्रेमी राज और तीन हत्यारों को आठ दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।