इंदौर नगर निगम के उद्यान अधिकारी के ठिकानों पर छापे, आय से ज्यादा संपत्तियों का खुलासा

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इंदौर (मध्यप्रदेश) (भाषा) पुलिस के आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) ने भ्रष्टाचार की शिकायत पर इंदौर नगर निगम के उद्यान अधिकारी के ठिकानों पर मंगलवार को छापे मारे और उसकी वैध आय से अधिक संपत्तियों का भंडाफोड़ किया। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

ईओडब्ल्यू के पुलिस अधीक्षक आरएस यादव ने संवाददाताओं को बताया कि नगर निगम के उद्यान अधिकारी चेतन पाटिल के खिलाफ चार करोड़ रुपये की पौधा खरीद और अन्य मामलों में भ्रष्टाचार की शिकायत मिली थी।

उन्होंने बताया कि शिकायत पर विस्तृत जांच के बाद पाटिल के घर और नगर निगम में उनके दफ्तर पर छापे मारे गए।

यादव ने बताया, “छापों में अब तक पाटिल और उनके परिजनों की 1.84 करोड़ रुपये के अनुमानित मूल्य की चल-अचल संपत्तियां मिली हैं जो उनकी वैध आय के मुकाबले कहीं ज्यादा हैं।”

उन्होंने बताया कि पाटिल और उनके परिजनों की संपत्तियों में दो भूखंड, तीन मंजिलों का एक मकान, 1.14 लाख रुपये की नकदी और 20 लाख रुपये के जेवरात शामिल हैं, जबकि उनके बैंक खातों में करीब 40 लाख रुपये जमा हैं।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पाटिल ने अपनी पत्नी और संतानों के नाम पर 18 बीमा योजनाओं में कुल 25 लाख रुपये का निवेश किया है।

यादव ने बताया, ‘‘पाटिल मस्टर कर्मी (अस्थायी कर्मचारी) के तौर पर नगर निगम में भर्ती हुए थे। शुरुआती जानकारी के मुताबिक उन्होंने 20 साल से अधिक की सरकारी सेवा में वेतन से 15 से 17 लाख रुपये कमाए हैं।’’

उन्होंने बताया कि नगर निगम में पाटिल का दफ्तर सील कर दिया गया है और वहां मिले दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि उद्यान अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के संबद्ध प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है और छापों में मिली संपत्ति का विस्तृत मूल्यांकन जारी है।

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