आंबेडकर की प्रतिमा की स्थापना में संघ-भाजपा डाल रहे बाधा, कांग्रेस चलाएगी अभियान

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भोपाल (भाषा) मध्यप्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने मंगलवार को कहा कि पार्टी मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय की ग्वालियर पीठ परिसर में डॉ. बी.आर. आंबेडकर की प्रतिमा की स्थापना में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ-भाजपा द्वारा डाला जा रही ‘अड़चनों’ के खिलाफ अभियान चलाएगी।

विपक्षी कांग्रेस नेताओं ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि संघ और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) संविधान निर्माता के रूप में आंबेडकर के योगदान को नकारने का प्रयास कर रहे हैं।

कांग्रेस ने ग्वालियर में हाल ही में लगाए गए पोस्टर और होर्डिंग प्रदर्शित किए और आरोप लगाया कि भाजपा पूर्व नौकरशाह और संविधान सभा के संवैधानिक सलाहकार बी.एन. राव को संविधान के मुख्य निर्माता के रूप में पेश करने की कोशिश कर रही है।

कांग्रेस महासचिव और मध्यप्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ग्वालियर में उच्च न्यायालय परिसर में आंबेडकर की प्रतिमा स्थापित करने को लेकर “विवाद” पैदा किया जा रहा है।

उन्होंने आरोप लगाया, “सुनियोजित साजिश के तहत संविधान निर्माता के योगदान पर सवाल उठाए जा रहे हैं। इस तरह के विवाद संघ के नागपुर मुख्यालय से शुरू हो रहे हैं।”

उन्होंने कहा कि 23 जून को पार्टी के नेता और कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों से चर्चा करेंगे और 24 जून को गरीब बस्तियों में संविधान पर चर्चा के साथ सामूहिक भोज का आयोजन करेंगे।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस जन जागरण अभियान के दौरान इस मुद्दे पर जनता के समक्ष अपनी बात मजबूती से रखेगी और आंबेडकर के सम्मान की रक्षा करेगी।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने दावा किया, “ग्वालियर में पोस्टरों के जरिए यह दुष्प्रचार किया जा रहा है कि बाबा साहब संविधान निर्माता नहीं थे।”

उन्होंने कहा कि कांग्रेस आंबेडकर और संविधान के सम्मान में पूरे राज्य में जनजागरण अभियान चलाएगी।

पटवारी ने बताया कि 25 जून को ग्वालियर में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एक दिन का उपवास रखेंगे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि बी.एन. राव संविधान सभा के सदस्य नहीं, बल्कि केवल सलाहकार थे और आंबेडकर के योगदान को नकारना गलत है।

उन्होंने आरोप लगाया, “संघ ने संविधान की प्रतियां जलाई थीं और तिरंगे का विरोध किया था, अब वह बाबा साहब की प्रतिमा लगाने और उनके योगदान का विरोध कर रहा है।”

उन्होंने भाजपा पर इस पर चुप्पी साधने का आरोप लगाया और दावा किया कि इससे उसका “दोहरा चरित्र” उजागर होता है।

विधानसभा में विपक्ष के नेता उमंग सिंघार ने आरोप लगाया कि भाजपा और संघ देश के इतिहास को बदलने और वर्ग संघर्ष को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि आंबेडकर को इसलिए निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि वह दलित वर्ग से हैं।

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