मेदिनीनगर, भारतीय जनता पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने शनिवार को यहां कहा कि हमें इस बात का गौरव है कि आज देश का नेतृत्व नरेन्द्र मोदी जैसे राष्ट्रभक्त के हाथों में है जो देश के प्रति पूरी तरह समर्पित हैं जबकि इससे पूर्व देश की बागडोर लुंज-पुंज हाथों में थी जिससे राष्ट्र का बहुत नुकसान हुआ।
भाजपा कार्यकर्ताओं को यहां संबोधित करते हुए नड्डा ने कहा कि राज्य के नवनिर्माण में नीति के साथ नियत भी ईमानदार होनी चाहिए, तभी किसी देश का सर्वांगीण विकास संभव है।
उन्होंने कहा कि, हमें इस बात का गौरव है कि आज देश की बागडोर देश के प्रति समर्पित एक भाजपाई नेता नरेन्द्र मोदी के सुरक्षित हाथों में है, जिन्होंने अपने जीवन को राष्ट्रीय हितों के लिए समर्पित कर दिया है।
नड्डा ने कहा कि, मोदी के पूर्व सत्ता का संचालन लुंज – पुंज हाथों में था, जिसका अंर्ताष्ट्रीय जगत में कोई महत्त्व नहीं था, क्योंकि वैसे तत्व अपने पारिवारिक हितों से ऊपर उठकर जन कल्याण की बात सोच ही नहीं सकते थे।
नड्डा ने कहा कि, राष्ट्रीय हितों के लिए राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर बड़े निर्णय लेकर भाजपा की केन्द्रीय सरकार ने जता दिया कि, वह कड़े फैसले लेने में तनिक भी नहीं हिचकने वाली है।
जम्मू कश्मीर की चर्चा करते हुए नड्डा ने कहा कि, संविधान का अनुच्छेद 370 देश के लिए नासूर की तरह था, जिसे एक ही झटके में हमारी सरकार ने खत्म कर दिया।
उन्होंने कहा कि, जम्मू कश्मीर का मामला राजनीतिक के साथ कूटनीतिक भी था, जिसे खत्म करते हुए भारत ने दुनिया को स्पष्ट संदेश दे दिया है कि, इसपर कोई समझौता नहीं होगा तथा पाक अधिकृत कश्मीर को हम किसी भी हालत में लेकर रहेंगे।
उन्होंने कहा कि, भारतीय जनता पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता राष्ट्र के लिए जीता है और मरता है। सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की मजबूती से ही हमारी संप्रभुता एवं अखंडता सुरक्षित रह सकती है, जिसे भाजपा कभी विस्मृत नहीं होने देगी।
सामाजिक मुद्दों में तीन तलाक की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि हम अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं को अपने से अलग नहीं मानते इसलिए महिला सशक्तिकरण में कोई पक्षपात योजनाओं में नहीं है।
प्रधानमंत्री आवास और उज्ज्वला योजना इसकी एक झलक है, जिसमें महिला बहुसंख्यक समुदाय की हो या अल्पसंख्यक समाज की उसे इस योजना का लाभ दिया जाता है।
उन्होंने विश्वास प्रकट किया कि, आने वाले विधानसभा के चुनाव में भाजपा राज्य में दो तिहाई से अधिक विधानसभा क्षेत्रों से चुनाव जीतने में सफल होगी। (भाषा)